फरीदाबाद। अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के संस्थाक डॉ ह्रदयेश कुमार ने आम जन को डायबिटीज और हैं शरीर में क्रिया से होने वाले बदलाव के लिए किया जागरूक
तिरखा कॉलोनी स्थित शिव मंदिर परिसर में आयोजित किया गया स्वस्थ जीवन पर चर्चा
फ़रीदाबाद हरियाणा से अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट द्वारा स्वास्थ के लिए आम जन को अपनी अलग अलग तरीकों से जागरूक करने से लेकर उपचार के लिए सावधानियां बरतनी होगी आदि तरह तरह से अपनी छवि को समाज सेवा में समर्पित कर रहे हैं डॉ ह्रदयेश कुमार सिंह को अब तक 1200 से अधिक अवार्ड मिले हैं जिसमे विश्व रत्न सम्मान अवार्ड, राष्टीय प्रतिष्ठा पुरस्कार और PRESTIGIO US BOOK OF WORLD RECORD तथा INTERNATIONAL STAR AWARD
अन्य वर्ल्ड रिकॉर्ड मे नवाजा गया है
डॉ ह्रदयेश कुमार ने बताया कि डायबिटीज आमतौर पर बच्चों और युवा वयस्कों में होता है। यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जहां शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से अग्न्याशय में इंसुलिन पैदा करने वाली कोशिकाओं पर हमला कर देती है। परिणामस्वरूप, शरीर इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता, जो ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए जिम्मेदार हार्मोन है।
डायबिटीज वयस्कों में अधिक आम है, लेकिन यह बच्चों और किशोरों में भी विकसित हो सकता है। यह तब होता है जब शरीर इंसुलिन के प्रति प्रतिरोधी हो जाता है या ब्लड शुगर को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं करता है।
डायबिटीज अक्सर खराब आहार, शारीरिक गतिविधि की कमी और अधिक वजन जैसे जीवनशैली कारकों से जुड़ा होता है।
स्थिति के शीघ्र निदान और प्रभावी प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण है।*बच्चों में डायबिटीज के शुरुआती संकेत**1. बार-बार पेशाब आना*अत्यधिक प्यास और बार-बार पेशाब आना डायबिटीज का संकेत हो सकता है। बिस्तर गीला करने, बार-बार बाथरूम जाने या असामान्य रूप से बड़ी मात्रा में पेशाब आने के लक्षणों पर गौर करें।
थकान बढ़ना*अज्ञात डायबिटीज से पीड़ित बच्चे पर्याप्त आराम करने के बाद भी थकान और सुस्ती महसूस कर सकते हैं।
घावों का धीरे-धीरे ठीक होना*घाव, कट या चोट को ठीक होने में सामान्य से अधिक समय लगना डायबिटीज का संकेत हो सकता है, क्योंकि हाई ब्लड शुगर शरीर की ठीक होने की क्षमता को प्रभावित करती है।
मूड बदलना चिड़चिड़ापन, मनोदशा में बदलाव, या अप्रत्याशित व्यवहार परिवर्तन चेतावनी के संकेत हो सकते हैं, खासकर अगर इसके साथ अत्यधिक प्यास या पेशाब जैसे अन्य लक्षण भी हों।
स्तब्ध हो जाना या झुनझुनी होनाडायबिटीज के कारण आमतौर पर हाथ, पैर या टांगों में सुन्नता या झुनझुनी जैसी असामान्य संवेदनाएं हो सकती हैं। इन लक्षणों के बारे में किसी भी शिकायत पर ध्यान दें।यदि आप इनमें से कोई भी शुरुआती संकेत देखते हैं, तो सटीक निदान पाने के लिए डॉ विशेषज्ञ से परामर्श करना अति आवश्यक है।
डाक्टर.हृदयेश कुमार |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com
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