आजमगढ़। भ्रष्टाचार निवारण संगठन आजमगढ़ की टीम द्वारा छह फरवरी को सीओ लालगंज कार्यालय से सिपाही व होमगार्ड को 15 हजार घूस लेते रंगे हाथ पकड़ा था। वहीं इन दोनों के साथ ही सीओ लालगंज के खिलाफ सिधारी थाने में मुकदमा पंजीकृत कराया गया था।
भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज होने के बाद अब इन पर विभागीय कार्रवाई का इंतजार है। नियमत: सिपाही व होमगार्ड निलंबित करने के साथ ही सीओ लालगंज की कुर्सी छिन जानी चाहिए थी, लेकिन फिलहाल ऐसा कुछ नहीं हुआ हैै।
देवगांव कोतवाली के मसीरपुर निवासी सूरज ने मुकदमे से नाम निकालने के नाम पर सीओ लालगंज कार्यालय में तैनात सिपाही उमेश पर 15 हजार रुपये की मांग करने का आरोप लगाते हुए भ्रष्टाचार निवारण संगठन आजमगढ़ टीम से शिकायत की थी। टीम ने सीओ कार्यालय पहुंच कर सिपाही उमेश व होमगार्ड राकेश को रंगेहाथ पकड़ लिया था। इतना ही नहीं पूछताछ में सिपाही उमेश ने कहा था कि सीओ लालगंज हितेंद्र कृष्ण के कहने पर ही उसने पैसों की मांग की है। निरीक्षक भ्रष्टाचार निवारण संगठन आजमगढ़ शैलेंद्र सिंह ने सिपाही उमेश, होमगार्ड राकेश व सीओ लालगंज हितेंद्र कृष्ण के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा सिधारी थाने में पंजीकृत कराया है। मुकदमा दर्ज हुए तीन दिन हो चुके हैं लेकिन अब तक विभागीय कार्रवाई किसी पर नहीं हुई है। नियमानुसार अब तक सिपाही व होमगार्ड का निलंबन हो जाना चाहिए था। वहीं भ्रष्टाचार में संलिप्त सीओ की कुर्सी छिन जानी चाहिए थी।
भ्रष्टाचार में संलिप्त लोगों पर विभागीय कार्रवाई संबंधित विभाग ही करता है और संभवत: अब तक कर दिया गया हो। हम सिर्फ विवेचना कर अपनी रिपोर्ट गोरखपुर मुख्यालय व एसपी आजमगढ़ को सौंपेंगे। विभागीय कार्रवाई से हमारा या विवेचना का कोई लेना देना नहीं है। - शैलेंद्र सिंह, निरीक्षक, भ्रष्टाचार निवारण संगठन, आजमगढ़। साभार ए यू।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com
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