आजमगढ़। छूट्टी पर आजमगढ़ स्थित घर आए गाजीपुर नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी (ईओ) 45 वर्षीय आलोक कुमार ने फांसी लगाकर जान दे दी। अतरौलिया क्षेत्र के बूढ़नपुर कस्बे में रविवार रात उनका शव कमरे में लटकता मिला।
पुलिस ने शव को कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिजनों के मुताबिक करीब डेढ़ साल पहले उनकी पत्नी की मौत हो गई थी। इसकी वजह से वह अवसादग्रस्त थे।
परिजनों ने बताया कि आलोक कुमार वह 15 दिन की छुट्टी लेकर यहां आए थे। उनकी जुड़वा बेटियां हैं जिनकी उम्र 15 साल है। रविवार शाम लोगों ने उन्हें टहलते देखा था। रात नौ बजे वह दिखाई नहीं पड़े तो उनकी तलाश की गई। लोग मकान के पीछे वाले कमरे में पहुंचे। कमरे में उनका शव फांसी के फंदे के सहारे लटकता मिला। शोर मचाने पर आसपास के लोग भी पहुंच गए। सूचना मिलने पर बूढ़नपुर के सीओ किरनपाल सिंह, अतरौलिया थानाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार सिंह और बूढ़नपुर चौकी इंचार्ज रामनिहाल वर्मा पहुंच गए। आलोक कुमार दो भाइयों और दो बहनों में तीसरे नंबर पर थे।
चार साल पहले नपं मनियर ईओ ने की थी आत्महत्या
बलिया। चार साल पहले नगर पंचायत मनियर की तत्कालीन ईओ मणि मंजरी राय ने छह जुलाई 2020 को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। वह शहर के आवास-विकास कालोनी में किराये पर रहती थीं। कमरे से सुसाइड नोट भी मिला था, जिसमें खुद को साजिश के तहत फंसाने की बात लिखी थी। इस मामले में तत्कालीन चेयरमैन, टैक्स लिपिक, कम्पयूटर आपरेटर व निजी चालक के साथ ही एक अन्य नपं में तैनात तत्कालीन अधिशासी अधिकारी पर मुकदमा दर्ज किया था। जिले में तैनात एक नायब तहसीलदार का नाम भी मणि मंजरी आत्महत्या मामले के बाद चर्चा में रहा। इस प्रकरण में कोर्ट ने मार्च 2023 में दो आरोपियों निजी चालक व कम्प्यूटर आपरेटर को सात-सात साल की सजा सुनाया। साभार एचटी।
फाइल फोटो |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
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