आजमगढ़। देवगांव कोतवाली क्षेत्र के लालगंज कस्बा के मसीरपुर के पल्हना मार्ग पर बिना लाइसेंस के चल रहे प्राइवेट अस्पताल को एसीएमओ और पुलिस की टीम ने शनिवार को सीज कर दिया।
आयुर्वेद की डिग्री लेकर डॉक्टर नर्सिंग होम का संचालन कर रहे थे। डॉक्टर की लापरवाही से 29 जुलाई को प्रसूता की मौत हो गई थी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया, जांच कर कार्रवाई की। सीज करते हुए अस्पताल संचालक और चिकित्सक के खिलाफ केस दर्ज कराया है। मेंहनगर थाना क्षेत्र के चौकी मनियरा गांव निवासी 28 वर्षीया नीतू पत्नी विजय कुमार को दूसरे बच्चे की पैदाइस थी। 29 जुलाई को महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हुई थी। परिजन उसे देवागांव कोतवाली क्षेत्र के लालगंज बजार के पल्हना रोड पर मसीरपुर स्थित विश्वकर्मा हास्पिटल में भर्ती कराये थे। दोपहर में आपरेशन से प्रसूता ने बेटी को जन्म दिया। इसके बाद प्रसूता की हालत बिगड़ गई, कुछ ही देर में प्रसूता की मौत हो गई। प्रसूता की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल पर हंगामा करना शुरू कर दिया। डॉक्टर ने एक एंबुलेंस से प्रसूता के शव को उसके घर मेंहनगर के चौकी मनियार गांव भेज दिया। शव के साथ परिजन भी घर आ गए। मेंहनगर थाना की पुलिस ने शव के पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। मृत महिला के पति विजय कुमार ने उक्त अस्पताल के चिकित्सक डॉ. बीएल विश्वकर्मा पर इलााज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए सीएमओ डॉ. अशोक कुमार से शिकायत की। सीएमओ ने मामले की गंभीरता से लेते हुए दो सदस्यीय टीम का गठन कर जांच के आदेश दिए थे। चार दिन पूर्व जांच टीम अस्पताल पहुंच कर जांच की थी। बिना लाइसेंस के अस्पताल का संचान करना पाया था। डॉक्टर से उसके अस्पताल के कागजात मांगे थे। कागजात उपलब्ध कराने के लिए दो दिन का समय दिया था। चार दिन बाद भी डॉक्टर ने आवश्यक कागजात उपलब्ध नहीं कराया। शनिवार की दोपहर में दो सदस्यीय टीम में शामिल एसीएमओ डॉ. अरविंद चौधरी, लालगंज सीएचसी अधीक्षक डॉ. राजेंद्र प्रसाद और चौकी प्रभारी अमित कुमार मसीरपुर स्थित विश्वकर्मा अस्पताल पहुंचे। पुलिस के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम के पहुंचते ही अफरा-तफरी मच गई। चिकित्सक अस्पताल छोड़कर मौके से फरार हो गया। जांच टीम ने मौजूद स्टाफ से अस्पताल का रजिस्ट्रेशन सहित अन्य कागजात मांगें तो पता चला कि रजिस्ट्रेशन अस्पताल का नहीं है। टीम ने कार्रवाई करते हुए अस्पताल को सीज कर दिया और चिकित्सक के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए अन्य अधिकारियों के माध्यम से करवाई की। इस छापेमारी से लालगंज क्षेत्र के अन्य नर्सिंग होम संचालक, पैथोलॉजी संचालक दुकान बंद कर फरार हो गए। एसीएमओ डॉ. अरविंद चौधरी ने बताया कि काफी लंबे समय से विश्वकर्मा हास्पिटल अवैध रूप से संचालित हो रहा था, पीड़ित की शिकायत पर कार्रवाई की गई। क्षेत्र में और भी अवैध रूप से संचालित हो रहे हैं हॉस्पिटलों के खिलाफ अभियान चलाकर जांच की जाएगी। साभार एचटी।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com
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