नई दिल्ली। ग्रेटर कैलाश में बृहस्पतिवार देर रात अफगानिस्तान का मूल निवासी जिम संचालक नादिर शाह को पांच गोलियां मार बेरहमी से हत्या करने के पीछे कई तरह की बातें सामने आ रही हैं।
नादिर शाह पहले सट्टा रैकेट व अवैध कॉल सेंटर चलवाने से लेकर कई तरह के अवैध गतिविधियों में लिप्त था। कहा जाता है कि उसकी मां भी ड्रग्स का धंधा करती थी।
इस तरह के धंधे में रहते हुए नादिर का जब दिल्ली-एनसीआर के तमाम बड़े-छोटे गैंगस्टरों व बदमाशों से संपर्क हो गया, तब खुद को सुरक्षित रखने के लिए वह स्पेशल सेल व क्राइम ब्रांच समेत दिल्ली पुलिस के कई अधिकारियों व कर्मियों का मुखबिर बन गया था।
लॉरेंस के गुर्गे को रंगदारी देने से किया मना
नादिर को गलतफहमी हो गई थी कि उसकी गैंगस्टरों व पुलिस अधिकारियों से अच्छी जान पहचान होने के कारण अब उसका कोई बाल बांका नहीं कर पाएगा। यही वजह है कि नादिर के जिम समेत कई अन्य धंधे में बिजनेस पार्टनर रहे कुणाल छावड़ा से लॉरेंस बिश्नोई ने जब कुछ समय पहले पांच करोड़ रंगदारी देने की मांग की, तब नादिर ने कुणाल को रंगदारी की रकम देने से मना कर दिया था और स्पेशल सेल के जरिये लॉरेंस को धमकी दिलवा दी थी।
धमकी नहीं आई लॉरेंस को पसंद
लॉरेंस को यह हरकत ठीक नहीं लगी। उसने यमुनापार के गैंगस्टर हाशिम उर्फ बाबा व राजस्थान के गैंगस्टर रोहित गोदारा के जरिये नादिर शाह की हत्या करवा दी।
कॉल सेंटर का धंधा, दुबई में रहता है कुणाल
सूत्रों के अनुसार, दिल्ली के रहने वाले कुणाल छाबड़ा की गिनती कुछ बड़े बुकियों में होती है। उसका कॉल सेंटर का भी धंधा है। करीब पांच माह पहले नादिर शाह ने कुणाल छाबड़ा के साथ मिलकर ग्रेटर कैलाश एक के ई ब्लॉक में जिम सेंटर खोला था। कुणाल के दिल्ली में कई अवैध कॉल सेंटर चल रहे हैं। वह कुछ समय से दुबई में रह रहा है। उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट निकला हुआ है।
हर महीने वसूलते हैं रंगदारी
दिल्ली में जुआ, सट्टा, ड्रग्स, कॉल सेंटर, जिम संचालकों, बुकी आदि के धंधे में शामिल लोगों से गैंगस्टर मासिक रंगदारी वसूलते हैं। कुछ माह पहले लॉरेंस के निर्देश पर उसके गुर्गों से कुणाल से पांच करोड़ रंगदारी मांगी थी।
कुणाल ने यह बात नादिर को बता दी थी, जिसके बाद नादिर ने पुलिस में अपनी पहुंच का रुतबा दिखाते हुए कुणाल को रंगदारी देने से रोक दिया था। इसी कारण नादिर, लॉरेंस के निशाने पर आ गया। बात आगे बढ़ने पर नादिर ने लॉरेंस से बात भी की, लेकिन उसने बात नहीं मानी।
लॉरेंस पर बनवाया था दबाव
इसके बाद एक आईपीएस के कहने पर स्पेशल सेल ने लॉरेंस को किसी बहाने जेल से रिमांड पर लाकर उसपर कुणाल से रंगदारी न लेने के लिए दबाव भी बनाया, लेकिन बात नहीं बनी। लॉरेंस ने पुलिस के सामने ही कहा कि अब वह कुणाल से 10 करोड़ रुपये लेगा।
इस तरह नादिर को मरवाने का बनाया प्लान
नादिर की दक्षिणी दिल्ली के गैंगस्टर रवि गंगवाल और रोहित चौधरी से दोस्ती थी। इन दोनों से उत्तर पूर्वी दिल्ली के गैंगस्टर हाशिम बाबा की दुश्मनी है। ऐसे में नादिर को मारने के लिए लॉरेंस ने रोहित गोदारा व हाशिम बाबा का इस्तेमाल किया। हाशिम ने अपनी पहचान छिपाने के लिए यमुनापार का ही गैंगस्टर समीर का इस्तेमाल किया।
इस तरह शूटर और अमेरिका तक से ली गई मदद
रोहित गोदारा ने गैंगस्टर रणदीप का सहयोग लिया। रणदीप अमेरिका में रह रहा है और मूलरूप से आजमगढ़, यूपी का रहने वाला है। उसने हत्या के लिए आजमगढ़ से तीन शूटर नितलेश तिवारी, विशाल वर्मा और आकाश यादव को दिल्ली भेजा। तीनों आजमगढ़ के रहने वाले हैं। उधर हाशिम बाबा ने सोनीपत के रहने वाले नवीन बालियान व जाफराबाद के साजिद समेत चार को वारदात को अंजाम देने की जिम्मेदारी सौंपी।
समीर बाबा को नादिर ने दी धमकी
तिहाड़ जेल में हाशिम बाबा ने साजिश में समीर बाबा को शामिल किया। जुलाई में सेल ने वसीम की हत्या में समीर समेत चार बदमाशों को गिरफ्तार किया था। वह इस वक्त तिहाड़ जेल में बंद है। कुछ समय पहले उसे नादिर शाह ने किसी मामले को लेकर धमकी दी थी। जिससे वह भी नादिर से बदला लेना चाह रहा था। हाशिम बाबा और आजमगढ़ के रणदीप के शूटरों ने इस पूरी वारदात को अंजाम दिया।
ये हैं मारने वाले शूटर
स्पेशल सेल का कहना है कि नादिर की हत्या के मामले में अब तक पांच बदमाश नितलेश तिवारी, विशाल वर्मा, आकाश यादव, नवीन बालियान व साजिद को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें वारदात के दौरान मौके पर गए दो शूटर भी शामिल हैं। साजिश बदमाशों को भागने, कपड़े व पैसे मुहैया कराया था।
पुलिस का कहना है कि बृहस्पतिवार रात चार शूटर नादिर की हत्या करने मौके पर गए थे। इनमें आकाश व नवीन भी शामिल थे, लेकिन फरार दो शूटरों में एक ही ने नादिर के करीब जाकर गोलियां चलाई थीं। फरार दोनों शूटर यमुनापार के रहने वाले हैं और हाशिम बाबा गिरोह के शूटर हैं। जिस समय नादिर को गोलियां मारी गई, उस वक्त जिम में स्पेशल सेल के कई पुलिसकर्मी मौजूद थे। साभार जेएनएन।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com
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