आजमगढ़। अहरौला के आलमपुर गांव में 29 सितंबर की रात पूर्व प्रधान श्रीराम चौहान की हत्या उनकी बगल में सो रहे दिव्यांग सतिराम ने ही की थी। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पूछताछ में खुलासा हुआ कि पूर्व प्रधान की हत्या की सुपारी प्रधान के बेटे सुरेंद्र ने दिव्यांग सतिराम को दी थी। 50 हजार रुपये देने और उसके छोटे भाई की पत्नी को पंचायत सहायक की नौकरी देने के वादे पर हत्या की। इस मामले में 30 सितंबर को अहरौला के आलमपुर गांव निवासी पूर्व प्रधान के बेटे विनोद चौहान ने 10 लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप था कि पुरानी रंजीश को लेकर 29 सितंबर की रात प्रधान के बेटे सुरेंद्र चौहान, अभिषेक चौहान, प्रधान पति रामसेवक चौहान, हरेंद्र, वीरेंद्र, अभिषेक, धर्मेंद्र, जयसिंह और चंदन ने पूर्व प्रधान की गोली मार कर हत्या की। मंगलवार को पुलिस ने प्रधान के पोते शुभम व प्रधान पति रामसेवक चौहान को सोफीगढ़ पुलिया के पास से गिरफ्तार किया। वहीं पुलिस ने दिव्यांग सतिराम चौहान को आलमपुर गांव से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार सतिराम की निशान देही पर वारदात में प्रयुक्त तमंचा व कारतूस को उसके घर में रखे भूसे से बरामद किया। पूछताछ में आरोपी सतिराम ने बताया कि पूर्व प्रधान श्रीराम चौहान के घर से मेरे घर वालों का अच्छे संबंध थे, पूर्व प्रधान मेरे पर भी काफी भरोसा करते थे। वर्तमान प्रधानपति रामसेवक चौहान व पूर्व प्रधान श्रीराम चौहान के बीच पुरानी रंजिश थी। इसी बीच वर्ष 2024 में पंचायत सहायक की भर्ती निकली थी। इसमें छोटे भाई की पत्नी का तीसरा स्थान था। इसकी भर्ती ग्राम प्रधान के माध्यम से होनी थी। उसके भयोह को पंचायत सहायक की नौकरी देने और 50 हजार रुपये देने की बात हुई थी। इसके बाद उसे असलहा और कारतूस देकर पूर्व प्रधान की हत्या कराई। साभार ए यू।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com
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