जौनपुर। स्थानीय थाना क्षेत्र बक्शा के अगरौरा गांव के चर्चित मंगेश यादव एनकाउंटर प्रकरण में मंगेश की मां शीला ने पुलिस अधीक्षक सुल्तानपुर, एसटीएफ प्रभारी डीके शाही और अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या व हत्या का षड्यंत्र का आरोप लगाते हुए सीजेएम कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया।
इस पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने वाद दर्ज करते हुए 11 अक्तूबर की तिथि नियत करते हुए थानाध्यक्ष बक्सा से रिपोर्ट तलब की है।
बक्सा थानाक्षेत्र के अगरौरा गांव निवासी शीला देवी ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से कोर्ट में पुलिस अधीक्षक सुल्तानपुर, एसटीएफ प्रभारी डीके शाही, कोतवाल सुल्तानपुर, बक्सा पुलिस और अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या व हत्या के षड्यंत्र का आरोप लगाते हुए प्रार्थना पत्र दिया। कहा कि गत दो सितंबर की रात दो बजे उसके दरवाजे पर चार-पांच पुलिसकर्मी आए और उसके लड़के मंगेश को जगाकर ले जाने लगे। पूछने पर कहा कि पूछताछ के लिए ले जा रहे हैं। छोड़ देंगे। पुनः तीन और चार सितंबर को बक्सा पुलिस ने रात में घर पर आकर वीडियो बनाते हुए कहलवाया कि तुम्हारा लड़का दो-तीन माह से घर पर नहीं है। पांच सितंबर को पुलिस आई और कही कि सुल्तानपुर पोस्टमार्टम हाउस जाकर अपने लड़के मंगेश की लाश लेकर आओ। इस पर वादिनी अवाक रह गई और रोने लगी। गांव के बहुत से लोग आ गए। सुल्तानपुर जाकर मृत शरीर को पोस्टमार्टम हाउस से लाया गया। साथ में पुलिस भी आई। पुलिस ने उसके लड़के को घर से ले जाकर गोली मारकर हत्या कर दी। मंगेश की फर्जी मुठभेड़ दिखाकर गुड वर्क दिखाने में पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ प्रभारी आदि ने हत्या की। 15 दिन बाद भी आज तक लड़के की पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं दी गई। कहा गया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट देने से एसपी ने मना किया है। मामले की मजिस्ट्रियल जांच चल रही है। न तो एनकाउंटर करने वाले अधिकारियों को उनके पद से हटाया गया न निलंबित किया गया। साक्ष्य को प्रभावित करने की आशंका बनी हुई है। मामले की जांच जरूरी है। उच्च अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। परिवादी ने मजबूर होकर कोर्ट में वाद दाखिल किया। कोर्ट ने वाद दर्ज करते हुए थाना बक्सा से 11 अक्टूबर तक रिपोर्ट तलब की है। साभार ए यू।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com
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