लखनऊ। इटौंजा के अटेसुआ गांव में रहने वाले शादीशुदा संदीप उर्फ दीपू (35) और काकोरी चिकौली गांव निवासी लक्ष्मी राजपूत (18) के शव मंगलवार शाम गांव के खेत में एक साथ पड़े मिले। दोनों के गले में रस्सी बंधी थी, जिसके टुकड़े एक पेड़ की डाल से बंधे थे।
युवती के परिजनों के अनुसार दोनों में प्रेम संबंध था। ग्रामीणों ने दोनों की हत्या की आशंका जताई है। पुलिस घटना को आत्महत्या मान रही है। अटेसुआ गांव निवासी महेंद्र के खेत में मंगलवार की शाम कुछ बच्चे बेर खाने गए थे। वहां आम के पेड़ के पास युवक-युवती के शव देख बच्चों ने शोर मचाया। ग्रामीणों ने युवक की पहचान गांव में रहने वाले पेशे से मजदूर दीपू के रूप में की।
सूचना पर एडीसीपी, एसीपी, इटौंजा पुलिस और फोरेंसिक टीम भी पहुंची। गांव वालों ने पुलिस को बताया कि युवती काकोरी के चिकौली गांव की रहने वाली लक्ष्मी है। उसके परिजन कई दिनों से दीपू के घर उसकी तलाश में आ रहे थे।
इटौंजा पुलिस ने लक्ष्मी के परिजनों को मौके पर बुलाया। परिजनों ने शव की पहचान लक्ष्मी के रूप में की। लक्ष्मी के परिजनों ने फिलहाल कोई आरोप नहीं लगाया है। एडीसीपी नॉर्थ जितेंद्र कुमार दुबे का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर मौत की सही वजह पता चल सकेगी। उसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। लक्ष्मी के परिवार में तीन बहनें और दो भाई है। वहीं, दीपू के परिवार में दो बेटों अमन व अरुण के अलावा मां मनसा देवी हैं।
फिर जमीन पर कैसे आया शव
पुलिस की आत्महत्या की कहानी में पेच है। शव जमीन पर थे, जबकि रस्से के टुकड़े पेड़ की डाल पर बंधे थे। यदि दोनों ने रस्सी से फंदा लगाकर आत्महत्या की तो शव जमीन पर कैसे आ गए? इसी आधार पर ग्रामीण दोनों की हत्या की आशंका जता रहे हैं। पुलिस इसे खारिज कर रही है।
जैकेट पर किसने लिखी अंतिम इच्छा
आम के पेड़ पर एक काले रंग कीक जैकेट भी टंगी थी। जैकेट पर लिखा था कि हमारी आखिरी इच्छा है कि हम दोनों को साथ दफनाया जाए, क्योंकि हम शादीशुदा हैं। जैकेट पर ये किसने लिखा, पुलिस इसकी जांच कर रही है। जैकेट के पास ही एक गुलाबी रंग का दुपट्टा भी पेड़ पर टंगा था।
आठ मार्च से लापता था लक्ष्मी
दीपू की पत्नी का डेढ़ साल पहले देहांत हो गया था। वह काकोरी के चिकौली गांव में निर्माणाधीन सरकारी पानी की टंकी पर मजदूरी करता था। लक्ष्मी के परिजनों के मुताबिक वहीं पर दीपू की मुलाकात लक्ष्मी से हुई। दोनों में प्रेम हो गया। आरोप लगाया कि 8 मार्च को ट्रांसपोर्टनगर में इंटर की परीक्षा देने गइ्र लख्मी को परीक्षा के बाद दीपू अपने साथ ले गया। परिजन लक्ष्मी की तलाश में दीपू के घर भी पहुंचे थे, लेकिन न दीपू मिला न लक्ष्मी। साभार ए यू।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com
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