जौनपुर । एआरटीओ कार्यालय में शनिवार सुबह आरटीओ वाराणसी शिखर ओझा के औचक निरीक्षण से हड़कंप मच गया। शिखर ओझा 10:00 बजे ही निरीक्षण के लिए कार्यालय पहुंचगए। अधिकतर अधिकारी और कर्मचारी नदारद मिले।
मौके पर सिर्फ दो बाबू उपस्थित थे, जबकि एआरटीओ समेत अन्य सभी कर्मचारी गायब थे।
आरटीओ शिखर ओझा ने गैरहाजिर अधिकारियों व कर्मचारियों की अनुपस्थित दर्ज कराते हुए स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने बताया कि आरआई गाजीपुर गए हुए थे, लेकिन बाकी अधिकारियों और कर्मचारियों की अनुपस्थिति बिना कारण है जिसके लिए कार्रवाई की जाएगी।
वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि एआरटीओ कार्यालय में लंबे समय से लापरवाही और मनमानी और भ्रष्टाचार चल रहा है। अधिकारी और कर्मचारी अपनी मर्जी से आते-जाते हैं, जिससे वाहन स्वामियों और आम जनता को भारी परेशानी होती है। कार्यों में अनावश्यक देरी के कारण न केवल उनका मानसिक उत्पीड़न होता है, बल्कि आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता है। पिछले दिनों हिंदू युवा वाहिनी के जिला अध्यक्ष रहे अनिल दुबे ने जिसको लेकर प्रदर्शन भी किया था। इस मामले में जब उनसे बात की गई तो उन्होंने कहा कि लंबे समय से एआरटीओ कार्यालय में भ्रष्टाचार मचा हुआ है लेकिन अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई है।
आरटीओ वाराणसी शिखर ओझा ने कहा कि अनुपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों से जवाब तलब किया गया है। इस छापेमारी के बाद एआरटीओ कार्यालय के कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है, और अब यह देखना होगा कि इस कार्रवाई के बाद कोई सुधार होता है या नहीं। साभार एनटी।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com
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