आजमगढ़। मीटर रीडरों की मनमानी का उपभोक्ता परेशान है। बिजली बिलों को सही कराने के लिए उपभोक्ताओं को निगम के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। इसके बाद भी उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। बिजली आपूर्ति के लिए जिले में छह वितरण खंड बनाए गए हैं।
इन वितरण खंडों में विभिन्न भार के 6.90 लाख उपभोक्ता हैं। उपभोक्ताओं को समय से और सही बिजली बिल उपलब्ध कराने के लिए निजी कंपनी की ओर से मीटर रीडर रखे गए हैं। हाल यह है कि मीटर रीडर मनमाने तरीके से काम कर रहे हैं।
इससे जनपद में बिजली बिलों में गड़बड़ी का मामला थमने का नाम नहीं ले रही है। शहरी क्षेत्र के उपभोक्ताओं को हर महीने जबकि ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ताओं को एक माह के अंतर पर बिजली बिल मिल जाना चाहिए, ताकि उपभोक्ता समय से अपने बिजली बिलों का भुगतान कर सकें।
समय से बिजली बिल मिलना तो दूर की बात है गांवों में मीटर रीडर दो- दो तीन-तीन महीने तक बिल निकालने नहीं पहुंच रहे हैं। मनमाने तरीके से रीडिंग कर गलत बिल थमा दे रहे हैं। साभार ए यू।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com
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