अयोध्या। जनपद में मंडल कारागार के आवासीय परिसर में महिला आरक्षी शांति यादव का शव संदिग्ध हालात में फंदे से लटका मिला है। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर छानबीन शुरू की है। कमरा अंदर से बंद होने के कारण आत्महत्या की आशंका जताई जा रही है।
मूल रूप से जौनपुर के सरपतहा थाना क्षेत्र के अरसिया निवासी शांति यादव का वर्ष 2021 में जेल पुलिस में आरक्षी पद पर चयन हुआ था। उनकी पहली तैनाती मंडल कारागार में थी। वह आरक्षी रेखा के साथ एक ही कमरे में रहती थीं। शुक्रवार को रात्रिकालीन ड्यूटी के बाद वह कमरे पर आई थीं। रेखा ड्यूटी पर चली गई थीं।
कमरे में फंदे से लटकती मिली लाश
दोपहर 12:30 बजे शांति की फिर से ड्यूटी थी, लेकिन निर्धारित समय पर वे नहीं पहुंचीं। काफी देर तक न पहुंचने पर जेल प्रशासन को सूचना दी गई। लगभग 2 बजे सहकर्मी उनके आवास पहुंचे तो अंदर से दरवाजा बंद मिला। कई बार बुलाने पर कोई हलचल नहीं हुई तो पीछे के रास्ते शीशे से सहकर्मियों ने अंदर झांककर देखा तो उनका शव फंदे से लटकता मिला।
नगर कोतवाल अश्विनी पांडेय पुलिस टीम के साथ पहुंचे और छानबीन शुरू की। परिजनों से दूरभाष पर वार्ता करके मामले से अवगत कराया गया तो उन्होंने पहुंचने तक यथास्थिति बनाए रखने की बात कही। देर शाम तक परिजन पहुंचे तो शव नीचे उतरवाकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया।
कर्मचारियों व परिजनों से पूछताछ जारी
वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने बताया कि स्थानीय स्तर पर जानकारी की गई है। मृतका ने किसी तरह की शिकायत या सूचना किसी को नहीं दी थी। इंस्पेक्टर अश्विनी पांडेय ने बताया कि कमरा अंदर से बंद था, इसलिए प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या लग रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत के सही कारणों की जानकारी हो सकेगी। कर्मचारियों व परिजनों से पूछताछ की जा रही है।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com
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