रामपुर। जिले से हैरान कर देने वाला एक मामला सामने आया है। यहां मिलक कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की विधवा महिला ने पुलिस के एक दरोगा पर गंभीर आरोप लगाते हुए डीआईजी और एडीजी को शिकायत भेजी है।
महिला का कहना है कि उसकी नाबालिग बेटी कुछ दिन पहले दुष्कर्म का शिकार हुई थी। कथित रूप से उसी थाने के एक दरोगा ने वीडियो कॉल कर उससे अश्लील बातें कीं और फिर बाद में व्हाट्सऐप पर आपत्तिजनक मैसेज भी भेजे। पीड़ित लड़की की मां ने डीआईजी और एडीजी से इस मामले की शिकायत कर दी। आरोप है कि इसके बाद एक सिपाही पीड़िता के घर पहुंचा और जबरन लड़की का फोन लेकर वह चैट डिलीट कर दी।
महिला ने आरोप लगाया कि जब वह अपनी बेटी के साथ कोतवाली में शिकायत दर्ज कराने पहुंची थी, तो वहां के हल्का दरोगा ने उसकी बेटी का फोन नंबर ले लिया। उसी रात दरोगा के नंबर से उसकी बेटी के मोबाइल पर वीडियो कॉल और अशोभनीय मैसेज आने लगे। महिला का आरोप है कि जब उन्होंने कॉल काट दी, तो दरोगा ने फिर व्हाट्सऐप पर संदेश भेजकर मिलने और अनुचित प्रस्ताव देने शुरू कर दिए।
इस घटना से आहत परिजनों ने जब उच्च अधिकारियों को शिकायत दी, तो अगले ही दिन एक सिपाही उनके घर पहुंचा और लड़की का फोन जबरन ले लिया। आरोप है कि सिपाही ने मोबाइल से वह चैट डिलीट कर दी और धमकी दी कि अगर परिवार ने पुलिस के खिलाफ आवाज उठाई, तो उन्हें झूठे मामलों में फंसा कर जेल भेज दिया जाएगा।
मूक बधिर किशोरी से रेप में चौकी प्रभारी से जिरह
वहीं रामपुर के ही एक अन्य मामले में एक दलित बालिका से दुष्कर्म के मामले में मंगलवार को कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान आरोपी दान सिंह वीडियो कांफ्रेंसिंग से पेश हुआ। वहीं अभियोजन पक्ष की ओर से धमोरा चौकी प्रभारी एसआई महेंद्र पाल सिंह को कोर्ट में पेश किया गया। जहां बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने उनसे जिरह की, जो पूरी नहीं हो सकी। बुधवार को भी सुनवाई जारी रहेगी।
बता दें कि 16 अप्रैल को सैफनी थाना क्षेत्र के एक गांव में दलित बालिका गायब हो गई। परिजनों ने गांव में धार्मिक स्थल पर लगे लाउडस्पीकर से उसके गुम होने का अनाउसमेंट भी करवाया। देर रात जब नहीं लौटी तो परिजनों को उसकी चिंता हुई। अगले ही दिन सुबह बालिका खेत में बेहोशी की हालत में पड़ी मिली और उसके चेहरे पर खरोंच के निशान थे। पुलिस ने बरामद होने के बाद उसका मेडिकल कराया और उपचार के लिए भेज दिया। साथ ही घेराबंदी करते हुए आरोपी को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। साथ ही विवेचना करते हुए आरोपी दान सिंह के खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की थी। विशेष लोक अभियोजक सुमित शर्मा ने बताया इस केस में नक्शा-नजरी आदि बनाने वाले दरोगा महेंद्र सिंह कोर्ट में पेश हुए उनसे बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने जिरह की। साभार एचटी।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com
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