एनडीए की ओर से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन की जीत की कितनी उम्मीद,आइए जानते हैं

एनडीए की ओर से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन की जीत की कितनी उम्मीद,आइए जानते हैं

महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन एनडीए की ओर से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होंगे। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने यह घोषणा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बैठक हुई, जिसमें व्यापक विचार-विमर्श के बाद राधाकृष्णन के नाम पर फैसला किया गया।

नड्डा ने तो उम्मीद जताई कि विपक्षी दल NDA कैंडिडेट का समर्थन करेंगे। हालांकि, कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन के दल अपना अलग उम्मीदवार खड़ा करने की तैयारी में हैं। कैंडिडेट के नाम को लेकर मंथन जारी है। ऐसे में सवाल उठता है कि अगर उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच टक्कर होती है तो किसे बढ़त मिलेगी।

दरअसल, उपराष्ट्रपति का चुनाव लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों की ओर से किया जाता है। साथ ही उच्च सदन के मनोनीत सदस्य भी मतदान के पात्र होते हैं। फिलहाल, लोकसभा में कोई मनोनीत सदस्य नहीं है। 543 सदस्यीय लोकसभा में पश्चिम बंगाल के बशीरहाट की एक सीट रिक्त है, जबकि 245 सदस्यीय राज्यसभा में 6 सीटें खाली हैं। राज्यसभा की छह रिक्तियों में से चार जम्मू-कश्मीर से, एक-एक पंजाब और झारखंड से हैं। दोनों सदनों की प्रभावी संख्या 781 है और जीतने वाले उम्मीदवार को 391 मतों की जरूरत होगी, बशर्ते कि सभी पात्र मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करें।

एनडीए उम्मीदवार राधाकृष्णन को बढ़त

लोकसभा में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को 542 सदस्यों में से 293 का समर्थन प्राप्त है। सत्तारूढ़ गठबंधन को राज्यसभा में 129 सदस्यों का समर्थन प्राप्त है। इसकी प्रभावी संख्या 240 है, बशर्ते मनोनीत सदस्य एनडीए उम्मीदवार के समर्थन में मतदान करें। इस प्रकार, सत्तारूढ़ गठबंधन को लगभग 422 सदस्यों का समर्थन प्राप्त है। ऐसे में उपराष्ट्रपति चुनाव में सीपी राधाकृष्णन को आसानी से जीत मिल सकती है, अगर सभी योग्य मतदाता अपने-अपने गठबंधन के हिसाब से मतदान करते हैं। साभार एचटी।

सीपी राधाकृष्णन,फाइल फोटो 

रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com

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