आजमगढ़। जिले में एक ऐसा मामला सामने आया जिस शादी में फेरे हुए। सारी रस्में पूरी की गईं पर दुल्हन की विदाई के पहले ही शादी की टूट गई। दरअसल, सरायमीर कस्बे में शनिवार रात शादी के दौरान दहेज में भैंस मांगने पर दुल्हन ने ससुराल जाने से इनकार कर दिया।
दोनों पक्ष में विवाद इतना बढ़ा कि कन्या पक्ष ने दूल्हे संग उसके पिता और चाचा को बंधक बना लिया। रविवार को पूरे दिन पंचायत चली। पंचायत में बात नहीं बनी और शादी टूट गई। देर शाम दुल्हन बगैर बरात लौट गई।
सरायमीर कस्बे की लड़की की शादी एक साल पूर्व जौनपुर जनपद के जैतपुर थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी युवक से तय हुई थी। शनिवार देर शाम परंपरागंत ढंग से बरात लड़की पक्ष के दरवाजे पर पहुंची। शादी की रस्में भी पूरी कर ली गईं। इसके बाद जूता चुराई में दुल्हन पक्ष से 20 हजार रुपये की डिमांड की गई। विवाद यहीं से शुरू हुआ। दूल्हा पक्ष ने जूता चुराने की रस्म पर 20 हजार रुपये की मांग पूरी कर दी। इसके बाद मड़वा हिलाने की रश्म के दौरान दूल्हे के चाचा मोतीलाल एक भैंस और एक लाख रुपये की मांग करने लगे। इसके बाद दोनों पक्ष में विवाद बढ़ गया। दोनों पक्ष आरोप प्रत्यारोप में उलझ गए। तनाव बढ़ता देख लड़की ने ससुराल जाने से इनकार कर दिया। यह सुन लड़की की मां-पिता और मौसी अचेत हो गई, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
बगैर दुल्हन के ही वापस लौटे बाराती
इधर, बराती धीरे-धीरे खिसकने लगे। गुस्साए लड़की पक्ष के लोगों ने दूल्हे, उसके पिता और चाचा को बंधक बना लिया। पुलिस को सूचना दी। सरायमीर थानाध्यक्ष निहारनंदन कुमार मौके पर पहुंचे। समझाने बुझाने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं बनने पर शादी टूट गई। दूल्हा पक्ष के लोग बगैर दुल्हन के ही वापस लौट गए। थानाध्यक्ष ने बताया लड़की के माता-पिता के अस्पताल से आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। साभार एचटी।
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| सांकेतिक चित्र |
रिपोर्ट:अमित कुमार सिंह
एडिटर इन चीफ(परमार टाईम्स)
parmartimes@gmail.com

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