जौनपुर। नगरपालिका क्षेत्र में गली और मार्ग का काम चल रहा है जगह जगह गड्ढे खोद कर छोड़ दिया गया है इससे दुर्घटनाएं बढ़ गई हैं,वहीं जाम भी लग रहा है। अमृत योजना के तहत नगर में 365 किमी सीवर लाइन बिछाने का कार्य 225 करोड़ की लागत से पूरा करना है। फर्म व ठेकेदारों को काम देते समय बांड में सड़क की खोदाई का कार्य पूर्ण होने पर मरम्मत का भी आदेश रहता है, लेकिन कई महीने बीत जाने के बाद भी अधिकतर सड़कों की अभी तक मरम्मत नहीं हुई है।
ऐसे में एक तरफ तो फर्म व ठेकेदार सड़क मरम्मत का पैसा गटक रहे हैं और दोबारा उसी सड़क के मरम्मत के लिए शासन से बजट की डिमांड की जाएगी। अगर अधिकारियों की तरफ से संबंधित फर्म पर अभी नकेल नहीं कसी गई तो सरकार को करोड़ों का चपत लगना तय है। महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक अमृत योजना के तहत सीवर लाइन का काम चल रहा है। इस परियोजना की गुणवत्ता को लेकर राजनीतिक गलियारों में काफी विवाद तक गहरा गया। अगस्त 2019 में शुरू हुए इस काम को अप्रैल 2022 तक पूर्ण किया जाना है। उत्तरी छोर में दो सौ किमी तो दक्षिणी छोर में 165 किमी सीवर बिछाने का कार्य करना है। अभी तक केवल नगर में हुसैनाबाद, मियांपुर, रामनगर भड़सरा, गंगा पट्टी, कटघरा, नईगंज, वाजिदपुर, तारापुर, सहकारी कालोनी, परमानतपुर, भगौती कालोनी, हरईपुर, सेखपुर, कलीचाबाद, ओलंदगंज, टीडी कालेज, रोडवेज पर कार्य कराया जा चुका है। यहां की सड़कों को खोदकर छोड़ दिया गया है, जिसे बनाने की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। 4.10 करोड़ में 75 लाख घोटाले का आरोप स्वच्छ गोमती अभियान के अध्यक्ष गौतम गुप्त द्वारा जल निगम द्वारा कराए जा रहे सीवर लाइन कार्य में पहली भुगतान में घोटाले का आरोप लगाया गया है। 15 किमी सीवर लाइन कार्य के 4.10 करोड़ रुपये के भुगतान में बैरिकेडिग व टिबरिग कराए बगैर 75 लाख रुपये अतिरिक्त दिया गया है। इसमें सड़क को उसी स्थिति में देनी होती है जैसा निर्माण के समय था। व सिटी मजिस्ट्रेट अनिल अग्निहोत्री ने बताया कि जल निगम की पालिसी क्या है, इसके लिए अधिकारियों को बुलाया गया है। जैसा शासनादेश होगा उसी आधार पर काम कराया जाएगा।
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
जौनपुर
a.singhjnp@gmail.com
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