आज भारतीय बाजारों में सोने और चांदी की वायदा कीमत में गिरावट दर्ज की गई। एमसीएक्स पर सोना वायदा 0.03 फीसदी गिरकर 46,580 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा, जबकि चांदी वायदा 0.15 फीसदी गिरकर 66,884 रुपये प्रति किलोग्राम रही। पिछले सत्र में सोना 0.5 फीसदी लुढ़का था, लेकिन पूरे सप्ताह में इसमें तेजी आई।
इसलिए आई गिरावट
भारत में, सोने की कीमतों में इस महीने की शुरुआत में 44,000 रुपये के स्तर को छू लिया था। वैश्विक दरों में उछाल, डॉलर के मुकाबले रुपये में आई गिरावट और कोविड-19 के मामलों में बढ़ी चिंताओं से निचले स्तर पर सोने को समर्थन मिला। सोने ने पिछले साल अगस्त में 56,200 की रिकॉर्ड ऊंचाई हासिल की थी।
रिकॉर्ड स्तर से सोना 10 हजार रुपये सस्ता है। पिछले सप्ताह रुपया दो फीसदी से ज्यादा टूटा। 30 अगस्त 2013 के बाद से यह सबसे बड़ी सापाताहिक गिरावट है।
वैश्विक बाजारों में इतनी रही कीमत
वैश्विक बाजारों में, हाजिर सोना 0.3 फीसदी नीचे 1,737.07 डॉलर प्रति औंस पर रहा। अन्य कीमती धातुओं में, चांदी की कीमत 0.2 फीसदी गिरकर 25.20 डॉलर रही और प्लैटिनम 1197 डॉलर पर सपाट रही।
इस साल आ सकती है 35 फीसदी तेजी
खुदरा आभूषण उद्योग में इस साल 30-35 फीसदी तेजी की उम्मीद है। इंडिया रेटिंग्स ने एक रिपोर्ट में कहा, आर्थिक गतिविधियों के कोरोना पूर्व पर पहुंचने और सोने की कीमतों में नरमी से सुधार को गति मिलेगी। इससे पहले 2020-21 की तीसरी तिमाही में त्योहारी सीजन, शादी-विवाह के कारण मांग बढ़ने और कीमतों में 10 फीसदी गिरावट के कारण सोने की मांग में तेजी देखने को मिली थी। रिपोर्ट के मुताबिक, मांग में वृद्धि की वजह से चालू वित्त वर्ष के मुकाबले 2021-22 में आभूषणों की मांग 30-35 फीसदी बढ़ने की उम्मीद है।
सोने का सबसे बड़ा आयातक देश है भारत
भारत दुनिया का सबसे बड़ा सोने का आयातक देश है। मुख्य रूप से आभूषण उद्योग की मांग को पूरा करने के लिए सोने का आयात किया जाता है। मात्रा के हिसाब से भारत सालाना 800 से 900 टन सोने का आयात करता है। साभार अमर उजाला
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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