जौनपुर। जनपद के वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर हरेंद्र देव सिंह ने कहा कि प्लाज्मा थेरेपी को आईसीएमआर ने इसलिए खारिज कर दिया क्योंकि सैकड़ों ट्रायलस के बाद भी इसे निष्प्रभाव पाया गया।
कुछ अध्ययनों में पाया गया कि वायरस को मल्टीप्लाई होने में मदद करता है।
अभी हाल में ही 14 मई को हुए 5 हजार मरीजों में हुए ट्रायलस में भी इसके प्रभाव नगण्य रहा।
सिर्फ इसका प्रयोग ब्लड बैंक वाले ही कर रहे हैं विश्व स्वास्थ्य संगठन' (WHO) ने भी इसे अपनी दवाईयों की सूची से बाहर निकाल दिया है।
अस्पताल, ब्लड बैंक, एवं डाक्टरों के मांग करने पर ना हों हैरान, इसे प्राप्त करने के लिए भागने की भी जरूरत नही है बाकी दवाओं से हीं हों जायेगा काम।
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डॉक्टर हरेंद्र देव सिंह |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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