जौनपुर । जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव काफी रोचक हो गया है। टिकट न मिलने से नाराज भाजपा की जिला पंचायत सदस्य नीलम सिंह ने बागी प्रत्याशी के रूप में शनिवार को नामांकन किया तो श्रीकला धनंजय सिंह ने भी जिले की इस प्रतिष्ठित कुर्सी पर बैठने के लिए अपना पर्चा दाखिल किया। अपना दल एस ने भी दिन भर चली चर्चाओं को देखते हुए अपने दो प्रत्याशियों से नामांकन कराकर यह संदेश देने की कोशिश की कि वह चुनाव मैदान में पूरी दमदारी से लड़ेगी। उधर, सपा ने भी इस बार हैट्रिक लगाने के लिए पूरी ताकत लगा रही है।
भाजपा ने केंद्र और राज्य सरकार में अपनी सहयोगी अनुप्रिया पटेल की अगुवाई वाली अपना दल एस के कोटे में जौनपुर जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट दे दी है।
पहले 1995 के बाद जीत का सपना संजोए भाजपा ने पूर्व सांसद और मुंबई के उद्योगपति हरिबंश सिंह के बेटे रमेश सिंह की पत्नी नीलम सिंह को चुनाव लड़ाने की हरी झंडी दे दी थी। वह संगठन और भाजपा विधायकों के साथ जिला पंचायत सदस्यों से संपर्क करने में जुटी थीं। इसी बीच यह सीट अपना दल एस के कोटे में दे दी गई। काफी प्रयास के बाद भी टिकट न मिलने से नाराज नीलम सिंह ने शुक्रवार को देर रात तक कई स्थानों पर पार्टी के कुछ विधायकों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की।
इसके बाद शनिवार को दोपहर में अपने ससुर, पति और समर्थकों के साथ नामांकन करने पहुंचीं। नामांकन के बाद उन्होंने दावा किया है कि वह चुनाव जीत रही हैं और उनके साथ भाजपा के सभी विधायक और पदाधिकारी रहेंगे। हालांकि इस संबंध में भाजपा से जुड़े लोग अभी कुछ नहीं बोल रहे हैं। वहीं, अपना दल एस की प्रत्याशी रीता पटेल को लेकर सुबह से ही अफवाहें उड़ रही थीं, जिस पर पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने वार्ड नंबर 59 से जिला पंचायत सदस्य डा. सुनीता वर्मा का भी नामांकन कराने का निर्देश संगठन को दिया था।
हालांकि नामांकन पत्रों की जांच के बाद अफवाहों पर विराम लग गया और उनके दोनों प्रत्याशियों के पर्चे वैध माने गए। इस पर पार्टी के जिलाध्यक्ष मछलीशहर लाल बहादुर पटेल का कहना है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश पर दो प्रत्याशियों से पर्चा दाखिल कराया गया था। रीता पटेल ही पार्टी की उम्मीदवार होंगी। पर्चा वैध होने के बाद डा. सुनीता वर्मा अपना पर्चा वापस ले लेंगी।
वहीं, अपना दल एस के नामांकन से दूर रहे भाजपा के जिलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह ने कहा कि वह जिले से बाहर थे, इसलिए नामांकन में शामिल नहीं हो पाए। हालांकि 27 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम के बाद दोपहर 12 बजे से डाक बंगला में अपना दल एस के साथ संयुक्त बैठक आयोजित है, जिसमें वह मौजूद रहेंगे। उधर, जिले की इस प्रतिष्ठित सीट पर लगातार तीसरी बार कब्जा जमाने को सपा बेचैन है। साल 2013 में सपा की शारदा चौधरी जिला पंचायत अध्यक्ष बनीं थीं।
इसके बाद सपा के ही राज बहादुर यादव लंबे अंतर से जीत दर्ज किए थे। इस बार भी जीत के सिलसिला का जारी रखने के लिए सपा ने निशी यादव को अपना प्रत्याशी बनाया है। उनके समक्ष जीत की हैट्रिक लगाना किसी चुनौती से कम नहीं होगा। वहीं, पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला धनंजय सिंह भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप इतिहास बनाने की कोशिश में लगी हैं। साभार अमर उजाला।
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com

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