किसके सर सजेगा ताज, चुनावी नतीजे 2 दिन बाद

किसके सर सजेगा ताज, चुनावी नतीजे 2 दिन बाद

जौनपुर।  पुर्वांचल में  जौनपुर की राजनीत की नजर हमेशा एक अलग मायने रखती है, इस बार जि ०प० चुनाव भी अलग नजर आ रहा है।  इस सीट के लिए सपा का मुकाबला भाजपा-अपना दल गठबंधन की उम्मीदवार से था लेकिन भाजपा की बागी नीलम सिंह के ताल ठोक देने से पेच फंस गया है। नीलम सिंह दावा कर रही हैं कि उनके पास प्रर्याप्त संख्या बल है  जबकि सपा भी चुनाव में जीत का दावा कर रही है, इसके अलावा पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी भी मैदान में है. ऐसे में सभी जीत के दावे कर रहे हैं लेकिन तस्वीर 3 जुलाई से पहले तक साफ होती नहीं दिख रही है, लेकिन इतना जरूर है कि अपना दल की प्रत्याशी की राह मुश्किल हो गई है।

जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी के फैसला में बस 2 दिन का समय है।

भाजपा ने गठबंधन धर्म निभाते हुए जौनपुर की जिला पंचायत की सीट अपना दल को दी थी। अपना दल ने यहां से रीता पटेल को उम्मीदवार बनाया, हालांकि बागवती रूख अपनाते हुए पूर्व सांसद हरिवंश सिंह की बहू नीलम सिंह ने पर्चा दाखिल कर दिया। वो वार्ड नंबर 16 से जीतकर पंचायत सदस्य बनीं हैं, नीलम सिंह और के समर्थकों का दावा है कि उनके पास 60 पंचायत सदस्यों का समर्थन है, कई सारे भाजपा समर्थित सदस्य भी उनके समर्थन में हैं, सूत्रों का कहना है कि अपना दल के पास सीट जाने के बाद से भले ही बीजेपी ​के तमाम नेता खुलकर इस बारे में कुछ नहीं बोल रहे हों लेंकिन रीता पटेल को कोई पचा भी नहीं पा रहा है।

यही वजह है कि नीलम सिंह के दावे को और ज्यादा बल मिल रहा है। हालांकि ये भी साफ है कि यदि अपना दल की रीता पटेल जीतें या बागी नीलम सिंह भाजपा को नुकसान नहीं होगा। भाजपाइ दोनों में से किसी एक हक में फैसला आने पर खुश रहेंगे. हालांकि सामने समाजवादी पार्टी की निशी यादव की चुनौती भी है। जिला पंचायत सदस्य का चुनाव होने के बाद समाजवादी पार्टी लगातार 45 से 50 सदस्य जीतने का दावा कर रही है. समाजवादी पार्टी ने भी नतीजे आने के बाद दावा किया कि करीब 45 से 50 सदस्य समाजवादी विचारधारा के जीते हैं. हालांकि समाजवादी पार्टी ने किसी को भी अपने बैनर तले चुनाव नहीं लड़ाया था।

जिला पंचायत अध्यक्ष की लड़ाई में पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी श्री कला सिंह भी निर्दलीय उम्मीदवार हैं। धनंजय सिंह इस चुनाव में जीत हासिल करके बड़ा संदेश देना चाहेंगे। इधर से भी 40 से ज्यादा सदस्यों के समर्थन का दावा लगातार किया जा रहा है। ऐसे में दिलचस्प बन चुकी इस लड़ाई में श्रीकला सिंह की दावेदारी को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। ऐसे में नीलम सिंह की इतनी बड़ी जीत के दावे को समाजवादी पार्टी की निशी यादव, श्रीकला सिंह या रीता पटेल में से किसका दावा मजबूत पड़ेगा ये 3 जुलाई को साफ हो जाएगा। TPN

रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com

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