जौनपुर। ब्लॉक प्रमुख चुनाव में आधी आबादी ने जोर शोर से परचम लहराया है। जिले में ब्लॉक प्रमुख की 21 सीटों में से सात महिलाओं के लिए आरक्षित थी, लेकिन जोड़तोड़ में बाजी मारकर महिलाओं ने 15 सीटों पर कब्जा जमा लिया। हालांकि कुछ स्थानों पर दूसरे स्थान पर रहीं।
जिले में ब्लॉक प्रमुख के 21 पद हैं। इनमें मुफ्तीगंज और केराकत अनुसूचित जाति की महिला, करंजाकला और मड़ियाहूं पिछड़ी जाति की महिला के अलावा बदलापुर व सुजानगंज सीट महिला के लिए आरक्षित थी। हालांकि इन सीटों के अलावा आठ और सीटों पर भी महिलाओं ने कब्जा जमा लिया है। चुनाव परिणाम पर नजर डालें तो पांच प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए। इनमें चार महिलाएं ही थीं।
इनमें केराकत से भाजपा की सरोजा देवी, डोभी से भाजपा की विद्या देवी, बरसठी से भाजपा की अनीता शुक्ला, रामनगर से भाजपा की तारा देवी शामिल हैं। इनके अलावा सुजानगंज से भाजपा की ऊषा शुक्ला ब्लॉक प्रमुख निर्वाचित हुईं, जबकि धर्मापुर से सपा प्रत्याशी विमलेश यादव, रामपुर से निर्दल नीलम सिंह, जलालपुर से निर्दल प्रत्याशी बदामा देवी, शाहगंज सोंधी में भाजपा की मंजू सिंह, सुइथाकला से भाजपा की विद्या देवी, बदलापुर से निर्दल आशा यादव, मड़ियाहूं से निर्दल रेखा यादव, महराजगंज से भाजपा समर्थित मांडवी सिंह ब्लॉक प्रमुख निर्वाचित हुईं। वह अपने चचिया ससुर व सपा प्रत्याशी राय हरिश्चंद्र सिंह के सामने चुनाव लड़ रही थीं। जहां दोनों प्रत्याशियों को 41-41 मत मिले थे।
जिसके कारण लाटरी सिस्टम का सहारा लेना पड़ा। जिसमें मांडवी सिंह की किस्मत ने साथ दिया और वह ब्लॉक प्रमुख घोषित की गईं। वहीं, करंजाकला से भाजपा की पूनम यादव और मुफ्तीगंज में भाजपा की ही ऊषा देवी ब्लॉक प्रमुख चुनी गईं। इस तरह 21 में से 15 सीटों पर महिलाओं के ही विजयी होने पर महिलाओं संगठनों ने भी खुशी जताई है।
उनका कहना है कि इसी तरह अगर आधी आबादी को मौका मिले तो वह हर क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन कर सकती हैं।
जौनपुर। पूर्वांचल विश्व विद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस मौर्य ने कहा कि समय बड़ी तेजी से बदल रहा है।
दुनिया की आधी आबादी अर्थात नारी का सशक्तिकरण आज की आवश्यकता है। आज की महिलाएं नए आयाम छू रही हैं। प्रत्येक क्षेत्र में महिलाएं अपना परचम लहरा रही हैं। अभी हाल ही में हुए ब्लॉक प्रमुख चुनाव के परिणामों ने यह सिद्ध कर दिया है कि वह समय दूर नहीं जब प्रत्येक क्षेत्र के उच्च पदों की बागडोर महिलाओं के हाथों में होगी और होनी भी चाहिए।
अब सारी झिझक छोड़ कर महिलाओं को आगे आना होगा। आज नारियों को अपने उत्तरदायित्व को समझना होगा। आज जिन महिलाओं ने जीत हासिल की है, वह किशोरियों के लिए रोल मॉडल बनेंगी। पद मिला है तो जिम्मेदारी भी बढ़ी है। नारी शक्ति इन उत्तरदायित्वों को बखूबी निभायेंगी। आप सभी को हार्दिक बधाई। साभार अमर उजाला।
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
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