जौनपुर की कई सीटों पर जीत हार का अंतर महज हजार डेढ़ हज़ार के आस पास

जौनपुर की कई सीटों पर जीत हार का अंतर महज हजार डेढ़ हज़ार के आस पास

जौनपुर । विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत के साथ जहां भारतीय जनता पार्टी दोबारा सत्ता में आ गई वहीं जनपद में 2017 की तुलना में प्रदर्शन काफी असंतोषजनक रहा। भाजपा व सहयोगी दलों को जहां पिछली बार से एक सीट कम मिली, वहीं तीन सीटों को प्रत्याशियों ने किसी तरह जीतने में सफल हो पाई।

इन सीटों पर जीत-हार का अंतर डेढ़ हजार से भी कम है। इसके साथ ही इस विधानसभा चुनाव में कई रिकार्ड भी बने हैं।

अपना दल (एस) के प्रत्याशी डाक्टर आरके पटेल ने मड़ियाहूं में 1326 मतों के अंतर से जीत दर्ज किया है, वहीं बदलापुर सीट पर भाजपा प्रत्याशी रमेश मिश्र ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी ओम प्रकाश दुबे बाबा को 1326 मतों से, शाहगंज में भाजपा के सहयोगी निषाद पार्टी के रमेश सिंह ने सपा के पूर्व मंत्री शैलेंद्र यादव ललई को 719 मतों से हराकर जीत दर्ज किया है।

इसके साथ ही सदर सीट पर प्रत्याशी राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव ने भी लगातार दूसरी बार जीतकर इतिहास बनाया है। इन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी अरशद खान को आठ हजार 628 मतों से पराजित किया है। मल्हनी को छोड़कर सभी सीटों पर कांटे की टक्कर रही। मल्हनी में सपा प्रत्याशी लकी यादव ने पूर्व सांसद जद यू के प्रत्याशी धनंजय सिंह को 17 हजार 527 मतों के बड़े अंतर से मात दिया, तो भाजपा प्रत्याशी पूर्व सांसद डा.केपी सिंह को महज 18 हजार 319 मत मिले और उन्हें हार का सामना करना पड़ा। जौनपुर सदर सीट पर पूर्व विधायक व कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष नदीम जावेद सहित कई कद्दावर नेता जमानत तक बचाने में भी विफल रहे। नदीम को महज 12 हजार 106 वोट मिले। राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस की नौ विधानसभा सीटों पर कोई भी प्रत्याशी अपनी जमानत तक नहीं बचा सके। साभार जेएनएन।

सांकेतिक चित्र

रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com

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