लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने प्रचंड जीत के साथ दूसरी बार सरकार बनाने जा रही है।भाजपा ने अब विधान परिषद सदस्य के चुनाव में भी पूरी ताकत लगा दी है।भाजपा ने एमएलसी चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है,लेकिन कई जगहों पर उसे बाहुबलियों की शरण में जाने के लिए मजबूर होना पड़ा है।काशी परिक्षेत्र की सीट पर भाजपा ने किसी उम्मीदवार को खड़ा नहीं किया है।यहां से माफिया डॉन ब्रजेश सिंह मैदान में हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गढ़ होने के बाद भी यहां भाजपा डरी हुई है,क्योंकि यहां ढाई दशकों से बाहुबली परिवार का ही एमएलसी सीट पर कब्जा रहा है।
ब्रजेश सिंह से पहले चुलबुल सिंह हुआ करते थे एमएलसी
विधान परिषद के चुनाव में काशी में बाहुबलियों का दखल बहुत मायने रखता है।वो भी ऐसे वक्त में जब भाजपा माफियाओं के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हमेशा माफियाओं पर हमला बोलते रहते हैं। सूत्रों से खबर है कि मोदी के गढ़ में भाजपा ने इस बार ब्रजेश सिंह को परदे के पीछे से समर्थन देने का मन बनाया है।काशी निकाय क्षेत्र की सीट पर ब्रजेश सिंह दूसरी बार एमएलसी बनने जा रहे हैं। इससे पहले उनके भाई चुलबुल सिंह एमएलसी हुआ करते थे। उसके बाद एक समय ऐसा भी आया जब ब्रजेश सिंह की पत्नी अन्नपूर्णा सिंह को एमएलसी बनाने में कामयाब रहे थे। इस सीट पर इस बाहुबली परिवार का इतना दखल है कि भाजपा किसी तरह का खतरा मोल नहीं लेना चाहती है।
भाजपा ने जिलाध्यक्ष और महासचिव को बनाया प्रत्याशी
सूची में भाजपा के प्रदेश संगठन से लेकर जिला स्तरीय कार्यकर्ताओं का भी ध्यान रखा गया है। सूची में जातिगत समीकरणों को सरल बनाया गया है, साथ ही भाजपा ने विधानसभा चुनाव से पहले सपा से आए एमएलसी को टिकट देकर अपना वादा निभाया है। सूची में भाजपा ने प्रदेश संगठन के महासचिव अनूप गुप्ता को खीरी से, युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष प्रांशु दत्त द्विवेदी को इटावा-फर्रुखाबाद से और राज्य मंत्री विजय शिवहरे को आगरा-फिरोजाबाद सीट से मैदान में उतारा है। जिलों की टीम को ध्यान में रखते हुए बहराइच से भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष डॉ. प्रज्ञा त्रिपाठी, बांदा-हमीरपुर से महोबा के जिलाध्यक्ष जितेंद्र सिंह सेंगर, अलीगढ़ से जिलाध्यक्ष ऋषिपाल सिंह को मैदान में उतारा गया है।
भाजपा की लिस्ट में डॉक्टर से शिक्षाविद तक
भाजपा ने उच्च शिक्षा और पेशेवर होने पर भी ध्यान केंद्रित किया है। लिस्ट में बहराइच से मैदान में उतरीं डॉ. प्रज्ञा त्रिपाठी स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं। उन्होंने केजीएमयू, लखनऊ से एमबीबीएस किया। पीलीभीत-शाहजहांपुर से प्रत्याशी डॉ. सुधीर गुप्ता चिकित्सक हैं और क्षेत्र के जाने-माने डॉक्टरों में शामिल हैं। भाजपा ने लखनऊ में कई कॉलेज चलाने वाले पवन सिंह चौहान को सीतापुर से,जबकि बाराबंकी के शिक्षाविद् और बच्चों के सामाजिक कार्य ने अंगद कुमार सिंह को मैदान में उतारा है। अंगद स्थानीय बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। धर्मेंद्र भारद्वाज को मेरठ-गाजियाबाद से मैदान में उतारा गया है। उन्होंने स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से एक बार निर्दलीय के रूप में भी चुनाव लड़ा है।
एमएलसी चुनाव में क्षत्रियों को सबसे ज्यादा टिकट
विधान परिषद चुनाव के लिए भाजपा ने क्षत्रियों पर सबसे ज्यादा भरोसा किया है। सूची में 12 ठाकुर, 5 ब्राह्मण, नौ पिछड़े, तीन वैश्य, एक कायस्थ वर्ग के उम्मीदवार हैं। सूची में दो यादव, एक सैनी, दो जाट, एक कुर्मी, एक कलवार, एक नाई, एक गुर्जर का नाम है। भाजपा ने तीन महिलाओं को भी प्रत्याशी बनाया है। इनमें राम निरंजन सपा से भाजपा में आए, जबकि डॉ. प्रज्ञा लंबे समय से भाजपा से जुड़ी हुई हैं। मुजफ्फरनगर-सहारनपुर से मनोनीत वंदना मुदित वर्मा पूर्व कैबिनेट सचिव शशांक शेखर के भाई मुदित वर्मा की पत्नी हैं।वह जिला सहकारी बैंक की पूर्व अध्यक्ष रह चुकी हैं और वर्तमान में जिला पंचायत की सदस्य हैं। सूची में सपा से भाजपा में शामिल हुए सीपी चंद ने गोरखपुर-महाराजगंज सीट से, बलिया से रविशंकर पप्पू, बुलंदशहर से नरेंद्र भाटी और झांसी-जालौन सीट से राम निरंजन को मैदान में उतारा है। अब तक निर्दलीय के तौर पर जीत रहे चंचल सिंह को गाजीपुर से टिकट मिला है।
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रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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