राजौरी । 'द कश्मीर फाइल्स' फिल्म रिलीज से ही सुर्खियों में है। 1990 में कश्मीरी पंडितों के पलायन पर बनी ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर भी अच्छा बिजनेस कर रही है।
लेकिन फिल्म से कथित भारतीयों के कुछ वर्ग नाखुश हैं, जो अब फिल्म निर्माताओं को कश्मीरी मुसलमानों का असली चेहरा दिखाने के लिए धमकी दे रहे हैं। इसी क्रम में शुक्रवार (25 मार्च) को जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के एक मौलवी ने विवादास्पद बयान देते हुए कश्मीर फाइल्स के फिल्म निर्माता, टीम और हिंदुओं को धमकी देते हुए कहा कि अगर उन्होंने फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' की स्क्रीनिंग बंद नहीं की तो उन्हें परिणाम भुगतने होंगे।
'फिल्म में सिर्फ कश्मीरी पंडितों की हत्याओं के बारे में क्यों दिखाया गया'
सोशल मीडिया पर कथित तौर पर धमकी देते हुए राजौरी जिले के इस मौलवी का वीडियो भी वायरल हो गया है। पत्रकार आशीष कोहली ने विवादास्पद मौलवी फारूक द्वारा दिए गए इस भाषण का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है। इस वीडियो में मौलवी को 'द कश्मीर फाइल्स' टीम को धमकी देते हुए देखा जा सकता है। वह कहते हैं, ''फिल्म केवल कश्मीरी पंडितों की हत्याओं के बारे में बात करती है लेकिन हजारों कश्मीरी मुसलमानों की मौत को नहीं दिखाती है।''
मौलवी ने कहा- 'कश्मीर फाइल्स' मुसलमानों के खिलाफ एक साजिश है
मौलवी ने कहा कि विवेक अग्निहोत्री के निर्देशन में बनी यह फिल्म विभाजनकारी है और मुसलमानों के खिलाफ एक पूर्व नियोजित साजिश है। उन्होंने कहा कि फिल्म को फौरन बैन किया जाना चाहिए, नहीं तो लोग इसका अंजाम भुगतेंगे।
मौलवी ने मोदी सरकार पर भी साधा निशाना
मौलवी ने फिल्म को बढ़ावा देने के लिए मोदी सरकार पर भी निशाना साधा है। मौलवी ने कहा कि वे फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को बर्दाश्त नहीं करेंगे, जो 1990 के दशक में घाटी में कश्मीरी हिंदुओं के खिलाफ किए गए अत्याचारों की भयावह कहानी पेश करती है। फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए मौलवी फारूक ने कहा, "क्या आप इस बात से सहमत नहीं हैं कि फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' पर प्रतिबंध लगा दिया जाना चाहिए? इस फिल्म पर प्रतिबंध लगना चाहिए। हम (मुसलमान) शांतिप्रिय लोग हैं, हमारा इरादा देश को शांतिपूर्ण रखने का है।"
मौलवी ने कहा- याद नहीं, मुसलमानों ने इस देश पर 800 वर्षों तक शासन किया
मौलवी ने यह कहते हुए धमकियां भी जारी कीं कि मुसलमानों ने इस देश पर 800 वर्षों तक शासन किया है, हालांकि, हिंदू अभी 70 साल पहले सत्ता में आए थे। मौलवी ने जोर देकर कहा, "आप हमें निशाना बनाना चाहते हैं। वास्तविकता यह है कि आपको मृत्यु और उससे भी अधिक परिणाम भुगतने होंगे, लेकिन आप कलमा-जप करने वाले मुसलमानों के लिए कुछ नहीं कर सकते।''
जब मौलाना ने भड़काऊ भाषण दिया तो राजौरी जिले में मस्जिद में इकट्ठा हुए मुसलमानों ने 'नारा-ए-तकबीर' के इस्लामी नारे लगाए।
विवेक अग्निहोत्री ने भी शेयर किया मौलवी का वीडियो
विवेक अग्निहोत्री ने भी मौलवी का वीडियो शेयर कर ट्विटर पर लिखा, ''राजौरी के मौलवी साहब का कहना है, ''यह फिल्म बंद होनी चाहिए... हमनें 800 साल तुम पे हुकूमत की तुम 70 साल की हुकूमत में हमारा निशान मिटाना चाहते हो...''दोस्तों, बिलकुल इसी तरह कश्मीर से कश्मीरी हिंदुओं का नाम ओ निशान मिटा दिया गया था।'' साभार ओ.आई।
देखे वीडियो ट्विटर पर 👇
https://twitter.com/AsYouNotWish/status/1507967639691624452?t=GZ_jqeINfWdKPvz6idwDiQ&s=19
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द कश्मीर फाइल फिल्म पर मौलाना का विवादित बयान |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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