महिला कांस्टेबल के पिता के अपहरण का पुलिस ने किया खुलासा

महिला कांस्टेबल के पिता के अपहरण का पुलिस ने किया खुलासा

गाजीपुर । सैदपुर नगर स्थित गंगा पुल से शनिवार को बोलेरो सवार बदमाशों ने महिला कांस्टेबल बेटी को छोड़कर आ रहे पिता का दिनदहाड़े अपहरण कर लिया और कथित रूप से 25 लाख रूपए की फिरौती मांगी गई थी।

पुलिस ने इस मामले में किया खुलासा ।

चंदौली के किसान मेघश्याम सिंह के अपहरण की वारदात को अंजाम देने के बाद अपहरणकर्ता गाजीपुर से बनारस ले गए। पुलिस को भ्रमित करने के लिए सैदपुर से मारूफपुर, चहनियां, चौबेपुर होते हुए वाराणसी के बड़ागांव में ले जाकर रखा।
अपहरणकर्ताओं ने मेघश्याम सिंह के आंखों पर काला चश्मा लगा दिया, जिससे उन्हें रास्ता न दिखे, इसके बाद सिपाही दीपक वर्मा ने अपने मित्र के घर में मेघश्याम को बंधक बनाने के बाद फिरौती की मांग शुरू की। इसके लिए उसने अपह्त के फोन का प्रयोग किया और बेटे को फोन कर अविलंब रकम देने का दबाव बनाया, साथ ही जान से मारने की धमकी थी दी।

रविवार को सैदपुर कोतवाली में अपहरण का पर्दाफाश करते हुए एसपी रामबदन सिंह ने बताया कि वाराणसी के जंसा थाना क्षेत्र के पाही बसुहन का निवासी सिपाही दीपक वर्मा संत कबीरनगर जिले के सीसीटीएनएस में तैनात है। चंदौली के धानापुर क्षेत्र के हिगुतरगढ़ गांव निवासी मेघश्याम सिंह की पुत्री आरक्षी है। अपहरणकर्ता दीपक वर्मा संत कबीरनगर के पुलिस अधीक्षक कार्यालय में सीसीटीएनएस में तैनात है। पुलिस अधीक्षक नगर गोपीनाथ सोनी ने बताया कि दीपक का महिला आरक्षी से अनबन हुई तो उसके परिजनों को हनक दिखाने का मन बना लिया। उसने पता किया कि महिला आरक्षी किस ट्रेन से आती जाती है और कौन उसे छोड़ने जाता है, इसके बाद दीपक ने महिला आरक्षी के पिता के अपहरण की योजना बनाई। शनिवार की सुबह चार बजे ही बोलेरो में अपने साथियों के साथ वह हिगुतरगढ़ के पास पहुंच गया और मेघश्याम के पीछे बोलेरो लगा दी। बाइक पर सवार दो साथी भी रेकी में जुट गए। मेघश्याम सिंह औड़िहार जंक्शन पर पुत्री को छोड़कर लौटने लगे तो रामकरन सेतु पर सैदपुर से चंदौली की तरफ 100 मीटर आगे मेघश्याम बाइक से पहुंचे ही थे कि बोलेरो ने उन्हें धक्का मार दिया जिससे वह गिर पड़े। इसके बाद बोलेरो में सवार दीपक समेत तीन अन्य उसके साथी बाहर निकले और पटरा से मेघश्याम सिंह के हाथ पर मारकर घायल कर दिया और बोलेरो में बैठा लिया। बाइक पर सवार दो बदमाशों में से एक ने मेघश्याम की बाइक ले ली और चंदौली की तरफ निकल गए। इसके बाद उन्हें लेकर बड़ागांव पहुंचे।

मेघश्याम के फोन से ही बेटे के मोबाइल पर काल

पुलिस अधीक्षक नगर गोपीनाथ सोनी ने बताया कि सैदपुर से बनारस के रास्ते में बदमाशों ने मेघश्याम सिंह के आंखों पर काला चश्मा लगा दिया। बड़ागांव पहुंचकर दीपक ने मेघश्याम के मोबाइल से दोपहर करीब साढ़े 12 बजे उसके पुत्र मध्य प्रदेश के सतना में सीसी कैमरा सेल में तैनात उनके पुत्र शोभित को फोनकर अपहरण की जानकारी दी। बताया कि तुम्हारे पिता मेरे कब्जे में हैं, 25 लाख रुपये दो दिन के भीतर दे दो। शोभित ने घर के पुरुष सदस्यों को फोनकर यह बातें बताई और साइबर प्रभारी से पिता के मोबाइल की अंतिम लोकेशन का पता किया और घर के लिए निकल गए। दीपक ने शाम साढ़े छह से रात साढ़े नौ बजे के बीच चार से पांच बार शोभित को फोन किया और रुपये की व्यवस्था करने की बात कही। पुलिस ने मेघश्याम सिंह का मोबाइल ट्रेस कर पता लगा लिया।

पांच अरोपियों की तलाश में पुलिस

एसपी सिटी गोपीनाथ सोनी ने बताया पुलिस को मेघश्याम सिंह के अपहरण की सूचना पर अपहृत के चाचा राधेरमण सिंह ने तहरीर दी। पुलिस मुकदमा कायम कर मामले की छानबीन में जुटी। आरोपित सिपाही दीपक वर्मा समेत दो को गिरफ्तार कर मेघश्याम सिंह को सकुशल बरामद कर लिया और अपहरण में प्रयुक्त बोलेरो व अपहृत की बाइक भी बरामद कर ली है। हालांकि इस अपहरण में शामिल पांच आरोपित फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है। बता दें कि एसपी सिटी गोपीनाथ सोनी, सीओ बलिराम प्रसाद, कोतवाल तेजबहादुर सिंह, क्राइम ब्रांच प्रभारी राजेश सिंह समेत बड़ी टीम अभियान में शामिल थी।

आठ घंटे में खुलासे का दावा 

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दीपक ने रुपयों की मांग अपहृत के पुत्र से की थी। उन्होंने कहा कि मात्र आठ घंटे के भीतर मामले का खुलासा होना बड़ी कामयाबी है, पुलिस टीम को 25 हजार रुपये पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। भरोसा दिया कि अपहरण में कुल सात लोग शामिल थे, जंसा थाने के बसुहन चक गोराई गांव निवासी सिपाही दीपक वर्मा और चालक इकराम को गिरफ्तार कर किसान को बरामद कर लिया। शेष पांच को भी शीघ्र गिरफ्तार कर लिया जाएगा। एसपी सिटी गोपीनाथ सोनी ने कहा कि किसान की सिपाही बेटी संतकबीर नगर जिले में तैनात है। वहीं आरोपी सिपाही भी उसी जिले में तैनात है। पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है।

मेघश्याम सिंह , फाइल फोटो

रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com

0/Post a Comment/Comments

और नया पुराने