बेगूसराय । थाना क्षेत्र के गोधना निवासी तीन बच्चों की मां के साथ उसके ही घर में फतेहा निवासी महेश कुमार रात के अंधेरे में पहुंच गया। इसकी भनक लगने पर ग्रामीणों ने उन्हें पकड़ लिया।
इसके बाद सामूहिक निर्णय लेकर दोनों की शादी करा दी। इस शादी के दौरान महिला रोती-बिलखती रही लेकिन युवक के चेहरे पर कोई शिकन नहीं था। तीन बच्चों को छोड़कर महिला अपने प्रेमी के घर चली गई।
कमरे में घुसते ही पहुंच गए ग्रामीण
जानकारी के अनुसार महिला की शादी 2013 में गोधना के झड़िया चौक पर हुई थी। शादी के बाद से उक्त महिला अपने पति के साथ गुजर बसर करती थी। इस बीच महिला को तीन बच्चे भी हुए। इधर महिला का पति कमाने के लिए परदेस चला गया। अकेलापन खलने लगा इसी क्रम में महेश कुमार ने नजदीकी बढ़ाई तो वह भी भावावेश में बढ़ती चली गई। पति के घर आने के बाद भी ये मिलना-जुलना नहीं छोड़ते। जैसे ही पति घर से निकलता दोनों चोरी-छिपे मिलते थे। इसकी भनक स्वजनों को लगी। ग्रामीणों को भी इनके प्रेमालाप का पता चल गया। तब से वे मौके की तलाश में थे। बुधवार देर रात महेश कुमार फिर अपनी प्रेमिका के घर पहुंच गया। वह चोरी छिपे घर में घुसा लेकिन इनकी भनक ग्रामीणों को लग गई। उन्हें रंगे हाथ पकड़ा। इसके बाद उसी कमरे में दोनों को बाहर से बंद कर दिया।
पति ने कहा- प्रेमी से करा दो शादी
गुरुवार को दिन भर दोनों को लेकर गहमा-गहमी होती रही। ग्रामीणों के पूछताछ करने पर दोनों ने एक-दूसरे से प्यार करने की बात स्वीकार कर ली। घटना की जानकारी पंचायत प्रतिनिधियों ने दिल्ली में रह रहे पति को दी। पति ने भी पत्नी की इच्छा पर हामी भर दी। इसके बाद गुरुवार शाम गोधना में गंगा किनारे स्थित शिव मंदिर में उनकी शादी कराई गई। शादी पंचायत के जनप्रतिनिधि, समाजिक कार्यकर्ता तथा लड़का के मां एवं भाभी की उपस्थिति में कराई गई। शादी के बाद दोनों को युवक के घर फतेहा भेज दिया गया। साभार जेएनएन।
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रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
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