जौनपुर। महालक्ष्मी ज्वेलर्स डकैती कांड के मुख्य आरोपित सतीश सिंह निवासी मड़ियाहूं ने मंगलवार को अपर सत्र न्यायाधीश तृतीय की अदालत में समर्पण कर दिया। बीते पांच मई को न्यायालय में अनुपस्थित रहने पर उसके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी हुआ था। वह कोर्ट में उपस्थित होकर न्यायिक अभिरक्षा में लिए जाने का प्रार्थना पत्र दिया। उसने वारंट रिकाल का प्रार्थना पत्र नहीं दिया। कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया।
लूट व अन्य संगीन मामलों में लखनऊ पुलिस आरोपित की सरगर्मी से तलाश कर रही थी। एनकाउंटर के डर से वह समर्पण कर जेल गया। इस डकैती कांड में पूर्व में सतीश सिंह के खिलाफ 25 हजार रूपये का इनाम घोषित किया गया था। छह जुलाई 2020 को उसने सीजेएम कोर्ट में आत्मसमर्पण किया था। उस समय भी उसने बताया था कि पुलिस उसका एनकाउंटर करना चाहती है। इसी वजह से वह समर्पण कर रहा है। हाल ही में उसकी जमानत हुई थी।
बता दें कि एसपी कार्यालय के ठीक पीछे महालक्ष्मी ज्वेलर्स में 31 अक्टूबर 2019 की रात हेलमेट पहने हुए छह बदमाश हाथ में कट्टा, पिस्तौल लहराते हुए दुकान में घुसे और एक करोड़ रुपये से अधिक के आभूषण एवं नकद लूट ले गए। अधिष्ठाता सुरेश सेठ ने घटना की प्राथमिकी लाइन बाजार थाने में अगले दिन दर्ज कराया था। तत्कालीन पुलिस अधीक्षक रविशंकर छवि ने 15 नवंबर 2019 को दो आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद डकैती का राजफाश किया। मामले में सतीश सिंह के अलावा आठ आरोपियों के नाम का पुलिस ने उजागर किए। बाद में पुलिस ने विवेचना कर सतीश सिंह, शिवम सिंह, हरिओम, बृजेंद्र सिंह, ऋषभ सिंह, तपन दत्त मिश्रा, विनोद यादव व पुत्तन गिरी के खिलाफ आरोप पत्र कोर्ट में प्रस्तुत किया। इसमें से पांच आरोपितों की पत्रावली विचरण के लिए अपर सत्र न्यायाधीश की कोर्ट में भेजी गई है। विचारण चल रहा है।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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