तीसरे दिन भी पुलिस ने पकड़ा अवैध असलहा कारखाना,कट्टे बनाकर किसको बेचे गये पुलिस जॉच में जुटी

तीसरे दिन भी पुलिस ने पकड़ा अवैध असलहा कारखाना,कट्टे बनाकर किसको बेचे गये पुलिस जॉच में जुटी

जौनपुर। जिले में पुलिस विभाग की नजर असलहा बनाने के अवैध कारखानों पर है। बुधवार तीसरे दिन भी छापा मार कर कथित रूप संचालित किया जा रहे कारखाने से चार लोगों को पकडा गया तथा 20 देशी तमंचा व 3 अवैध देशी रिवाल्वर व तमंचा बनाने के उपकरण तथा लूट के 32 हजार रुपये बरामद करने का दावा किया गया।

इन अवैध कारखानों से अब तक कितने कट्टे बनाकर किसको बेचे गये पुलिस को इसकी भी पूरी जानकारी प्रेस वालों को देनी चाहिए। इतने लम्बे समय से यह अवैध गतिविधि संचालित की जा रही थी।
इसके लिए थानाध्यक्ष या अन्य किसी को जिम्मेदार न ठहराकर तीन थानों की पुलिस और स्वाट टीम दिखाकर पुलिस ने ऐसी छापेमारी की जैसे आतंकवादी के ठिकाने पर की जाती है। इतने दिन तक पुलिस के मुखबिर मुखबिर कहा सोते रहे और पुलिस क्या करती रहीे इसकी भी समीक्षा होनी चाहिए। 
इसी प्रकार हर थाना क्षेत्रों में अवैध असलहां बनाये जा रहे है लेकिन पुलिस वहां से अपना हिस्सा लेकर खामोषी अख्तियार कर लेती है। जब प्रदेष स्तर से आपरेषन पाताल लोक का फरमान आता है तो खाना पूर्ति के लिए कुछ को बलि का बकरा बना दिया जाता है और प्रेस वालों को बुलाकर भण्डाफोड़ ष्षब्द का प्रयोग कर वाह वाही लूटी जाती है। इसके पहले निरन्तर वसूली का खेल चलता है। समय समय पर पुलिस गांजे को बरामद कर प्रेस विज्ञप्ति जारी करती है लेकिन जिले के महिला सहित सभी 28 थानों में गांजा, अवैध षराब, तथा अन्य नषीले पदार्थ अनेे स्थानों पर खुलेआम बिक रहे है। वहां से थाने के कारखास वसूली करते है। इस पर पुलिस कार्यवाही नहीं करती और अधिकारी भी थानों से प्राप्त होने वाली मोटी धनराषि हर महीने आराम से पाकर इस प्रकार के अवैध धन्धों को नजर अन्दाज करते है।
इसी प्रकार पुलिस जुआ खेलने वालों , पेड़ो की अवैध कटान करने वालों, कबाड़ खरीदने वालों से भी वसूली की जाती है। दरोगा कहते है कि बिना वसूली के अफसरों को लिफाफा कहा से पहुंचाया जाएगा।
पकड़े गए आरोपी

रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com

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