नई दिल्ली। कानपुर के बेकनगंज में हुई हिंसा के मास्टरमाइंड हयात जफर हासमी की गिरफ्तारी हो गई है. शनिवार को यूपी एसटीएफ ने लखनऊ से हयात जफर की गिरफ्तारी की है. इससे पहले 36 आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है.
हिंसा की जांच के लिए एनकाउंटर स्पेशलिस्ट IPS अजय पाल शर्मा को कमान सौंपी गई है. खास बात है कि शुक्रवार की रात को ही अजय पाल शर्मा ने कानपुर पहुंचने के बाद अफसरों के साथ बैठक की है.
इस खबर में ये है खास-
100 से ज्यादा एनकाउंटर दर्ज
2019 मे सिंघम के नाम से हुई मशहूर
एक समय में उन पर लगे गंभीर आरोप
100 से ज्यादा एनकाउंटर दर्ज
आईये जानते हैं कौन हैं एनकाउंटर स्पेशलिस्ट अजय पाल शर्मा, जिन्हें कानपुर हिंसा की कमान सौंपी गई है. अजय पाल शर्मा के नाम 100 से ज्यादा एनकाउंटर दर्ज हैं. योगी सरकार में अजय पाल शर्मा के एनकाउंटर की काफी तारीफ हुई थी. बता दें कि अजय पाल शर्मा का नाम उस समय सुर्खियों में आया था.
2019 मे सिंघम के नाम से हुए मशहूर
जब वह जून 2019 में रामपुर में तैनात थे. उस दौरान उन्होंने एक छह साल की बच्ची से बलात्कार और हत्या के आरोपी को एनकाउंटर में गिरफ्तार किया था. इस एनकाउंटर के लिए अजय पाल की खूब तारीफ हुई. इसके बाद लोग उन्हें ‘सिंघम’ कहकर बुलाने लगे. यहीं नहीं अजय पाल शर्मा रामपुर के एसपी पद पर तैनात रहते हुए आजम खान पर कार्रवाई के लिए भी सुर्खियों में रहे.
एक समय में उन पर लगे गंभीर आरोप
एक समय गौतमबुद्धनगर के एसएसपी रहे वैभव कृष्ण का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें उन्होंने अजय पाल शर्मा सहित 5 आईपीएस अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए थे. वैभव कृष्ण ने पत्र में अजय पाल और हिंमाशु कुमार के विरुद्ध ट्रांसफर-पोस्टिंग के नाम पर धन उगाही का भी आरोप लगाया था.
अजय पाल सहित 3 अफसरों के खिलाफ पर्याप्त सुबूत पाए गए थे, जिसके आधार पर विजिलेंस जांच की सिफारिश की गई. जनवरी 2020 में भ्रष्टाचार का मामला सामने आने के बाद इन सभी पांचों आईपीएस अफसरों को उनके पदों से हटा दिया गया. साभार आईएएन।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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