बनारस में ठगों ने एक ही दिन में चार बड़ी घटनाओं को दिया अंजाम, रहें सावधान

बनारस में ठगों ने एक ही दिन में चार बड़ी घटनाओं को दिया अंजाम, रहें सावधान

वाराणसी । बनारस को ठगों का शहर कहा जाता है, जो शुक्रवार को चरितार्थ भी हुआ. कमिश्नरेट पुलिस की सख्ती के बावजूद ठगों ने शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में चार बड़ी घटनाओं को अंजाम दे दिया . भेलूपुर थाना क्षेत्र के जानकी नगर बड़ी पटिया में पैसे दोगुना करने के नाम पर महिला से 9 लाख 40 हजार रुपये की ठगी हुई तो नेवादा सुंदरपुर में बीएसएफ के असिस्टेंट कमांडेंट को झांसा देकर क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड से जालसाजों ने रुपये निकाल लिये . शिवपुर बाईपास तरना में 56 लाख की ठगी का मामला सामने आया है , लेकिन अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई है . बीएचयू वीसी के नाम से शिक्षकों और कर्मचारियों को फर्जी मैसेज भेजे गये , जिसमें ऑनलाइन शॉपिंग करने को कहा गया . हालांकि वीसी के अलर्ट होने के बाद कोई भी ठगी का शिकार नहीं हुआ . सेवापुरी में फर्जी निर्वाचन अधिकारी बनकर ठग ने उसके बैंक खाते से 17 हजार रुपये उड़ा दिए .

पैसा डबल करने का दिया लालच

भेलूपुर थाना क्षेत्र के जानकी नगर बड़ी पटिया की उषा तिवारी की शिकायत पर 9 लाख 40 हजार रुपया लेकर डबल करने की ठगी करने वाले चार आरोपियों के विरुद्ध धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया . उषा तिवारी का आरोप है कि उनके मोहल्ले में रहने वाला संतोष सिंह , उनकी पत्नी सोनी , बेटी अन्नू सिंह अपने घर में बंधन बैंक , ओम हंस बैंक , आरोहन बैंक एसकेएस बैंक फ्रेंचाइजी लेकर रुपये जमा कराने और उसे तीन साल में डबल करने की बात करते थे . सोनी और उनकी बेटी अन्नू को विश्वास में लेकर तीन किस्तों में 9 लाख 40 हजार रुपये जमा कराये . पैसा जमा होने के बाद पर्ची मांगने पर हीलाहवाली करने लगे . बीते 20 मई को उनके घर पर जाने पर वहां पहले से दो लोग अपना पैसा लेने के लिए बैठी थी . उनके सामने संजय सिंह ने उषा को गाली देकर भगा दिया . मामले काफी पंचायत के बाद भी निष्कर्ष नहीं निकलने पर महिला ने भेलूपुर थाने बुधवार रात पर तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया .

असिस्टेंट कमांडर के खाते से रुपये उड़ाये

भेलूपुर थाना क्षेत्र के नेवादा सुंदरपुर विश्वास नगर कॉलोनी में रहने वाले बीएसएफ के असिस्टेंट कमांडेंट रतीश पांडेय के क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड से जालसाजों ने रुपये निकाल लिये . मामले में पुलिस से शिकायत कर गुरुवार शाम मुकदमा दर्ज कराया . उनका कहना है कि बीते 28 मई को मोबाइल बिजली का बिल जमा करने के लिए मैसेज आया . जब बिल मेंटेन करने के लिए नंबर डायल किया तो बोला बिल मेंटेन नहीं हो रहा . इसके लिए एक एप डाउनलोड कराया . इसके बाद क्रेडिट कार्ड से 98789 रुपये , 99868 रुपये और डेबिट कार्ड से 24980 रुपये निकाल लिये . खाते से पैसा कटने का मैसेज आने के बाद मामले की जानकारी हुई .

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के खाते से उड़ाए 17 हजार

सेवापुरी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आशा त्रिपाठी साइबर ठगी का शिकार हुई . फर्जी निर्वाचन अधिकारी बनकर ठग ने उसके बैंक खाते से 17 हजार रुपये उड़ा दिए . कपसेठी थाना क्षेत्र के धौकलगंज की रहने वाली आशा के मोबाइल पर काल आई . फोन करने वाले ने खुद को निर्वाचन अधिकारी बताया . कहा कि हम निर्वाचन आयोग से बोल रहे हैं . पूछा आप बीएलओ बोल रही हैं . साथ ही आसपास के और कई बीएलओ का नाम भी बताया . इससे आशा को उस पर भरोसा हो गया . फोन करने वाले ने उससे मोबाइल पर एक एप डाउनलोड करने की बात कहते हुए आधार कार्ड की पूरी जानकारी ले लिया . थोड़ी देर बाद ही आशा के बैंक खाते से एक बार में 9999 रुपया और दूसरी बार में 6950 रुपये निकाल लिया .

कुलपति भी हुए शिकार

साइबर ठगों के लिए काशी हिंदू विश्वविद्यालय सॉफ्ट टारगेट बना हुआ है . हाल के दिनों में कभी किसी प्रोफेसर से ऑनलाइन ठगी कर ली गई तो कभी बीएचयू के अधिकारियों के नाम से फर्जी मेल जारी किए गए . शुक्रवार को इन सबसे भी बड़ा मामला प्रकाश में आया है . इस बार एक अज्ञात नंबर से वीसी बीएचयू की ओर से संकाय प्रमुखों , विभागाध्यक्षों और कर्मचारियों को टेलीफोनिक संदेश भेज कर निर्दिष्ट साइट से ऑनलाइन खरीदारी करने के लिए कहा जा रहा है . जबकि वास्तव में बीएचयू के वीसी प्रो . जैन की ओर से ऐसा कोई संदेश किसी शिक्षक या कर्मचारी के लिए जारी नहीं किया गया है . ऐसे संदेशों की जानकारी होते ही बीएचयू के पीआरओ राजेश सिंह ने कुलपति कार्यालय के मामले की तस्दीक की . कुलपति कार्यालय द्वारा ऐसे किसी भी संदेश को फर्जी करार दिए जाने के बाद उन्होंने बीएचयू के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इस प्रकरण की जानकारी साझा की . बीएचयू के पीआरओ राजेश सिंह ने कहा कि ऑनलाइन खरीदारी करने के लिए फर्जी संदेश भेजे जा रहे हैं . यह साइबर ठगों एक जाल है . इनसे सतर्क और जागरूक रहें .

जमीन के नाम पर 56 लाख की ठगी

शिवपुर बाईपास तरना निवासी अमित कुमार सिंह के साथ 56 लाख की ठगी का मामला सामने आया है . इस मामले में एफआईआर दर्ज नहीं किये जाने पर एक्टिविस्ट डॉ . नूतन ठाकुर ने शिकायत करते हुए तत्काल एफआईआर की मांग की है . सीपी को भेजे अपने पत्र में उन्होंने कहा कि अमित कुमार के अनुसार वर्ष 2018 में उनकी अभिषेक उपाध्याय पुत्र रवि शंकर उपाध्याय निवासी पांडेपुर वाराणसी से मुलाकात हुई , जिन्होंने एक जमीन वाजिब मूल्य पर बेचे जाने की बात कह कर अमित सिंह से जून 2020 से जुलाई 2021 के बीच कुल छप्पन लाख बहत्तर हजार पांच सौ रुपए लिये . इनमें च्यादातर धनराशि विभिन्न बैंक अकाउंट से तथा कुछ धनराशि नकद दिया गया . अमित सिंह ने जब अभिषेक से बैनामा की बात कही तो वो हीला - हवाली करने लगे और अमित सिंह के अभिषेक उपाध्याय के घर जाने पर अभिषेक व उसके पिता ने अमित सिंह को धमकी एवं गाली - गलौज देकर भगा दिया . अमित सिंह ने इस संबंध में शिवपुर थाने को प्रार्थनापत्र दिया , लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गयी है . उलटे उन्हें ही डरा - धमका कर शिकायत को वापस लेने का गलत दवाब बनाया जा रहा है . साभार आईनेक्स्ट लाइव।

सांकेतिक चित्र

रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com

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