जौनपुर। निदेशक, राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा उत्कृष्ट विद्यालय (मेरा विद्यालय मेरी पहचान) जारी सूची मे जनपद के दो विद्यालय के प्रधानाध्यापको मुकेश सिंह प्राथमिक विद्यालय मीरपुर धर्मापुर और संजय कुमार मिश्र कंपाजिट विद्यालय गरियांव मुगराबादशाहपुर का चयन हुआ है, जिनको बेसिक शिक्षा निदेशक द्वारा सम्मानित किया जाएग।
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मुकेश सिंह, फाइल फोटो |
ज्ञात हो कि विद्यालयों के उल्लेखनीय कार्यों को विभिन्न हितधारकों के साथ साझा करने एवं प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद, उ०प्र०, लखनऊ द्वारा 'मेरा विद्यालय मेरी पहचान कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया। इस कार्यक्रम में प्रतिभाग हेतु प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापक / प्रभारी प्रधानाध्यापक द्वारा अपने जनपद के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान को अपने विद्यालय में किये गये उल्लेखनीय कार्यों का विवरण उपलब्ध कराया गया। जनपद स्तर पर प्राप्त प्रविष्टियों में से जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा एक प्राथमिक एवं एक उच्च प्राथमिक विद्यालय का चयन कर परिषद को विवरण उपलब्ध कराया गया। जनपद स्तर से चयनित प्रविष्टियों का मूल्यांकन राज्य स्तर पर कराया गया। विद्यालय की छात्र संख्या, छात्रों की औसत उपस्थिति अपेक्षित लर्निंग आउटकम्स की सम्प्राप्ति, विद्यालय में बच्चे को खेलकूद / सहगामी क्रियाओं में प्रतिभागिता, समुदायिक सहयोग, विद्यालय में आधारभूत सुविधाओं यथा स्मार्ट क्लास, कम्प्यूटर, प्रोजेक्टर, खेलकूद की सामग्री, फर्नीचर आदि की उपलब्धता एवं क्रियाशीलता विद्यालय परिसर की साफ-सफाई पर्यावरण संरक्षण, शौचालय की क्रियाशीलता, विद्यालय में पुस्तकालय की व्यवस्था एवं क्रियाशीलता, बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने हेतु प्रयास आदि के आधार पर प्राप्त प्रविष्टियों का मूल्यांकन निर्णायक मण्डल से कराया गया। मूल्यांकन के आधार पर मेरा विद्यालय मेरी पहचान कार्यक्रम में जनपद जौनपुर के उक्त दोनों विद्यालयों का चयन किया गया।
प्राथमिक विद्यालय मीरपुर धर्मापुर में प्रभारी प्रधानाध्यापक मुकेश सिंह ने बताया कोविड-19 के ठीक पूर्व आपदा को अवसर बनाते हुए उन्होंने विभागीय निर्देशों के तहत विद्यालय के 100% बच्चों को व्हाट्सएप प्लस मोहल्ला क्लास टीवी रेडियो व सामुदायिक सहयोग के माध्यम से शिक्षा से आच्छादित रखा अभिभावकों से निरंतर जनसंपर्क, विभिन्न टीएलएम का उपयोग कर अध्यापन कार्य को रुचिकर बनाकर बच्चों को देने एवं अन्य शैक्षिक सहगामी क्रियाओं के द्वारा बच्चों को बच्चों के व्यक्तित्व विकास में निरंतर प्रयत्नशील रहने के कारण विगत 2 वर्षों में ही छात्र संख्या 197 से बढ़कर 403 हो गई। श्री मुकेश सिंह के अथक परिश्रम को देखते हुए जिलाधिकारी, जिला बेसिक अधिकारी व अन्य स्वयंसेवी संगठनों द्वारा कई बार पुरस्कृत किया जा चुका है।
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संजय मिश्रा |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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