नई दिल्ली। इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने गूगल क्रोम और Mozilla ब्राउजर को लेकर उच्चस्तर की चेतावनी जारी की है। CERT-In ने कहा है कि क्रोम और मोजिला की खामियां यूजर्स के निजी डाटा को हैकर्स तक पहुंचा सकती हैं।
एजेंसी के मुताबिक इस बग के कारण सभी तरह की सिक्योरिटी को बायपास किया जा सकता है।
CERT-In के मुताबिक 96.0.4664.209 से पहले वाले क्रोम ब्राउजर के वर्जन में कई तरह के बग हैं जिनका हैकर्स फायदा उठा सकते हैं। इन बग की पहचान गूगल ने CVE-2021-43527, CVE-2022-1489, CVE-2022-1633, CVE-202-1636, CVE-2022-1859, CVE-2022-1867 और CVE-2022-23308 के तौर पर की है।
एजेंसी ने यूजर्स से कहा है कि वे हर हाल में जितना जल्दी हो सके अपने Mozilla Firefox और क्रोम ब्राउजर को अपडेट करें। Mozilla Firefox iOS के 101 से पहले वाले वर्जन में कई दिक्कतें हैं। Mozilla की इन दिक्कतों को उच्चस्तर के बग की कैटेगरी में रखा गया है।
Mozilla ने इस बग को फिक्स करने के लिए नया अपडेट जारी किया है। कंपनी ने यूजर्स से Mozilla Firefox iOS 101, Mozilla Firefox Thunderbird version 91.10, Mozilla Firefox ESR version 91.10 और Mozilla Firefox version 101 को डाउनलोड करने के लिए कहा है।
CERT-In के मुताबिक मोजिला और क्रोम ब्राउजर पर इन बग के कारण डेनियल ऑफ सर्विस (DoS) अटैक का खतरा है। इस अटैक में यूजर अपनी जानकारी को एक्सेस नहीं कर पाता है, जबकि हैकर के पास यूजर्स की ई-मेल आईडी, वेबसाइट और अन्य अकाउंट्स की जानकारी रहती है।
पिछले महीने भी सीईआरटी-इन ने गूगल क्रोम (Google Chrome) को लेकर चेतावनी जारी की थी। एजेंसी ने कहा था कि गूगल क्रोम में एक बग है जिसका फायदा उठाकर हैकर्स लोगों की निजी जानकारी चोरी कर सकते हैं। CERT-In के मुताबिक Google Chrome के वर्जन 100 में बेहद ही खतरनाक सिक्योरिटी बग था। साभार ए. यू।
सांकेतिक चित्र |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
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