रिटायर्ड आईपीएस अमिताभ ठाकुर एवं डॉ. नूतन ठाकुर के ट्वीट ने उड़ाई पुलिस की नीद, जानें मामला

रिटायर्ड आईपीएस अमिताभ ठाकुर एवं डॉ. नूतन ठाकुर के ट्वीट ने उड़ाई पुलिस की नीद, जानें मामला

आगरा  । थाना शाहगंज में गत 20 अप्रैल को हुए हाफ एनकाउंटर के संबंध में रिटायर्ड आईपीएस अमिताभ ठाकुर एवं डॉ. नूतन ठाकुर ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से शिकायत की है। एनकाउंटर को संदिग्ध बताते हुए उस वीडियो की जांच कराने की मांग की है, जिसमें पुलिस द्वारा खोखे डालने, एसपी सिटी से कुछ देर के लिए चुप रहने की बात कही गई है।

अमिताभ ठाकुर एवं डॉ. नूतन ठाकुर ने शिकायत में कहा है कि उन्हें एक वीडियो मिला है, जो शाहगंज (आगरा) के कथित एनकाउंटर से संबंधित है। शाहगंज में 14 अप्रैल को बीएसएफ के एक जवान के यहां लूट की वारदात हुई। उसके बाद 20 अप्रैल की रात में थाना शाहगंज क्षेत्र के पथौली नहर के पास पुलिस के कथनानुसार मुठभेड़ में दो बदमाशों का हाफ एनकाउंटर हुआ, जिसमें उनके पैर में गोली लगी। इससे जुड़ा वीडियो फर्जी मुठभेड़ की ओर इशारा कर रहा है।

शिकायत में बताया गया है कि इस मामले में आगरा पुलिस ने मीडिया ग्रुप में सम्बंधित बाइट की वीडियो भेजी लेकिन संभवतः एसपी सिटी की बाइट खत्म होने के बाद पुलिस मोबाइल का कैमरा बन्द करना भूल गई। इस स्थिति में बाइट के बाद ऐसी बातें रिकार्ड हो गईं, जिससे हाफ एनकाउंटर संदिग्ध हो गया है। "अभी भी बोलना नहीं, थोड़ी देर के लिए… अरे वो खोखे डाल दिए हैं सर, पुलिस वाले खोखे कहां हैं, पुलिस वाले खोखे" जैसे शब्द पुलिस कर्मियों द्वारा बोले गए हैं। ये शब्द इस पूरे हाफ एनकाउंटर पर अत्यंत गंभीर प्रश्नचिन्ह लगाते हैं। कथित एनकाउंटर को सही दर्शाने के लिए पुलिस द्वारा जबरदस्ती खोखे डालने की बात सामने आती है। साथ ही वीडियो को पहले मीडिया ग्रुप में डालना तथा बाद में हटा लिया जाना भी मामले को संदिग्ध बनाता है। इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जाए।

अमिताभ ठाकुर और डॉ. नूतन ठाकुर ने सम्बंधित वीडियो को यूट्यूब पर अपलोड किया है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को लिंक भेजकर जानकारी दी गई है कि जब मामला बढ़ा और पुलिस को यह लगा कि इसमें गड़बड़ हो जाएगी तो मीडिया ग्रुप से इस वीडियो को हटा दिया गया। इस वीडियो में पुलिस अफसर के बाइट खत्म होने के बाद के शब्द अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। कुछ ऐसे भी शब्द हैं जो ठीक से सुनने में नहीं आ रहे हैं। यह पूरा प्रकरण एक फर्जी मुठभेड़ की ओर इशारा करता है। शिकायत की प्रतिलिपि डीजीपी और मुख्य सचिव को भी भेजी है। साभार टीएम।

अमिताभ एवं नूतन ठाकुर

रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com

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