रायपुर । छत्तीसगढ़ के रायपुर के यातायात विभाग में पदस्थ कांस्टेबल नीलांबर सिन्हा को सड़क पर लावारिस हालात में बैग मिला जिसमें 45 लाख रुपये थे। बैग में अलग-अलग बंडलों में 2000 और 500 के नोट रखे थे। सिन्हा ने ईमानदारी की मिसाल पेश करते हुए रुपयों से भरा बैग थाने में जमा करा दिया। अब सोशल मीडिया पर भी नीलांबर सिन्हा की ईमानदारी की चर्चा हो रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी खुद को उनकी ईमानदारी की मिसाल देने से नहीं रोक पाए। सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर नीलांबर सिन्हा को समाज के लिए आदर्श बताया है।
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि ट्रैफिक आरक्षक नीलांबर सिन्हा जैसे ईमानदार लोग समाज के लिए आज के समय में ईमानदारी का पर्याय हैं। नीलांबर को लावारिस हालत में 45 लाख रुपए से भरा बैग प्राप्त हुआ था, जिसे उन्होंने एसएसपी रायपुर को लौटा दिया। ऐसे ईमानदार व्यक्तित्व समाज के लिए आदर्श हैं। हम सब इनको सलाम करते हैं।
सड़क पर दिखा बैग, खोला तो लाखों रुपए मिले
जवान नीलांबर सिन्हा शनिवार को एयरपोर्ट की ड्यूटी से वापस घर लौट रहे थे। जवान को राय पब्लिक स्कूल के पास सड़क पर सफेद रंग का बैग दिखाई दिया। नीलांबर रुके और जब उन्होंने बैग खोलकर देखा तो उनके होश उड़ गए। बैग 500 और 2 हजार रुपए के नोटों के बंडल से भरा था। जिसके बाद नीलांबर ने रुपयों से भरा बैग छिपाने की बजाय वरिष्ठ अधिकारियों को इस बारे में बताया।
आटो ड्राइवर ले भागा 500 रुपयों की गड्डी का एक बंडल
यातायात सिपाही नीलांबर सिन्हा ने बताया कि जब वह बैग से निकालकर नोटों के बंडल गिन रहे थे, तब वहां से गुजर रहा अज्ञात आटो ड्राइवर झपट्टा मारकर 500 रुपये का एक बंडल ले भागा। पुलिस ने पूरी टीम लगाकर देर रात उसे गिरफ्तार कर लिया और पांच लाख रुपये जब्त कर लिए। साभार जेएनएन।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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