जौनपुर । वाराणसी के ज्ञानवापी प्रकरण के दौरान चर्चा में आए जौनपुर के अटाला मस्जिद के बाहर की दुकानों पर प्रशासन की नजरें लग गई हैं।
पुरातत्व विभाग के ऐतिहासिक इमारतों से छेड़छाड़ न करने के आदेश के क्रम में प्रशासन की तरफ से कार्रवाई की नई पहल की जा रही है। इसके तहत अब अटाला मस्जिद के बाहर खुली 65 दुकानों का सर्वे कराया जाएगा। इसके बाद इनका जुर्माना तय करके वसूली की जाएगी। इससे प्रशासन को उम्मीद है कि सरकारी खजाने में लाखों का इजाफा होगा। जुर्माना जमा करने वालों को ही आधार मानकर उनको किराए पर रखा जाएगा, अन्यथा उनको बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा।
अटाला मस्जिद के बाहरी हिस्सों में करीब 65 दुकान है। यहां पर वक्फ कमेटी बनाकर मुतवल्ली की तरफ से अभी तक दुकानों का आवंटन कर किराया लिया जाता है। नियमत: ऐतिहासिक स्थल के मूल स्वरूप से किसी प्रकार का छेड़छाड़ नहीं किया जाना चाहिए। बावजूद इसके यहां पर दुकानें बना दी गई हैं। अब प्रशासन की तरफ से पुरातत्व विभाग के आदेश के क्रम में कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। इन दुकान संचालकों के वर्षों से जमे होने की तिथि से जुर्माना वसूला जाएगा। इसको जमा करने के लिए किस्त में भी सहूलियत दी जाएगी। उसके बाद नए किराए की दर निर्धारित करके इनको दुकानों का आवंटन किया जाएगा।
37 दुकानों से वसूला जा रहा जुर्माना...
इसके पूर्व जिला प्रशासन की तरफ से शासन व पुरातत्व विभाग के मिले निर्देश पर शाही पुल के पास की 37 दुकानों का सर्वे किया गया था। इसके बाद इन पर करीब 2.30 लाख रुपये का जुर्माना तय किया गया है। इसमें सभी को जुर्माने की किस्त में जमा करने की सहूलियत दी गई है। जैसे-जैसे दुकानदार जुर्माना जमा कर रहे हैं उनको दुकान खोलने की अनुमति दी जा रही है। इसके बाद नए किराए की दर भी निर्धारित की गई है।
पुरातत्व विभाग के निर्देश पर होगी कार्रवाई ...
अटाला मस्जिद के बाहर दुकानों के अतिक्रमण को पहले हटाया जा चुका है। अब पुरातत्व विभाग के निर्देश के क्रम में मस्जिद में बनी दुकानों के जुर्माने का सर्वे किया जाएगा। इसके बाद वसूली के बाद नए किराए की दर निर्धारित की जाएगी। साभार जेएनएन।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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