गाजीपुर । जिले में लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा है. मामले का चौंकानेवाला खुलासा चिकित्सा अधीक्षक की छापेमारी में हुआ. भदौरा ब्लॉक में आशा कार्यकर्ता निजी अस्पताल का संचालन करते हुए मिली. चिकित्सा अधीक्षक भदौरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर धनंजय आनंद ने बताया कि अमृता अस्पताल में महिलाओं का प्रसव कराने की सूचना मिली थी. शनिवार को अस्पताल का निरीक्षण के दौरान डॉक्टर नदारद मिला. एक आशा कार्यकर्ता अस्पताल संचालित करते हुई पाई गई.
आशा कार्यकर्ता के भरोसे अस्पताल का संचालन
डॉक्टर का कोई भी पत्रावली अस्पताल में नहीं था और अस्पताल में एक मरीज को बच्चेदानी का ऑपरेशन कर लिटाया गया था. उन्होंने बताया कि अस्पताल संचालक को नोटिस दिया गया है और 3 दिन में पत्रावली लेकर जांच कराने सीएचसी भदौरा बुलाया गया है. आशा कार्यकर्ता रेवतीपुर ब्लॉक में कार्यरत बसुका गांव की है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भदौरा के अधीक्षक चिकित्साधिकारी डॉ धनंजय आनंद चीफ फार्मासिस्ट रामअवध के साथ अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे थे.
चिकित्सा अधीक्षक की छापेमारी में हुआ खुलासा
अस्पताल के बाहर बैठी दो महिलाओं से पूछने पर पता चला कि बच्चेदानी का ऑपरेशन कराने एक मरीज को लेकर आई है. अस्पताल पर कोई भी बोर्ड नहीं लगा था. अस्पताल के अंदर डॉ धनंजय आनंद की टीम पहुंची तो डॉक्टर का चेंबर में कुर्सी खाली मिली. रेवतीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की आशा कार्यकर्ता चेंबर में बैठी हुई थी. साभार एबीपी न्यूज।
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