सिरकटी लाश का गुत्थी पुलिस ने सुलझाया,बाप-भाई ने अफेयर के चलते बेटी का सिर धड़ से किया अलग

सिरकटी लाश का गुत्थी पुलिस ने सुलझाया,बाप-भाई ने अफेयर के चलते बेटी का सिर धड़ से किया अलग

मेरठ । जनपद में 5 दिन पहले लक्खीपुरा नाले में एक युवती की सिरकटी लाश मिली थी। बुधवार को क्राइम ब्रांच की टीम सिरकटी लाश की शिनाख्त करते हुए आरोपी तक पहुंच गई। युवती का कत्ल उसके ही बाप-भाई ने किया था। बाप-भाई ने अफेयर के चलते बेटी का सिर धड़ से अलग कर दिया था। पुलिस ने आरोपी पिता शाहिद के साथ मां और भाई को हिरासत में लिया है।

फाइल फोटो 

घर की नाली में मिले ब्लड ट्रेसेस
क्राइम ब्रांच की टीम पिछले 5 दिनों से लाश की शिनाख्त में लगी थी। पता चला कि सिरकटी लाश लिसाड़ी गेट, शालीमार गार्डन की गली नंबर-3 में रहने वाली सानिया की है। क्राइम ब्रांच की टीम जब सानिया के घर जांच के लिए पहुंची तो घर में कहीं खून के धब्बे नहीं थे।

टीम ने पूरे घर का फर्श चेक किया पर खून नहीं मिला। जबकि युवती की लाश के पास ताजा खून पड़ा था। शक होने पर टीम ने घर की नाली से वाटर सैंपल लेकर केमिकल टेस्ट किया। केमिकल टेस्ट में नाली के पानी में ब्लड ट्रेसेस मिले, जिससे पता चला कि हत्या घर पर ही की गई थी।

बाप-भाई को पसंद नहीं था रिश्ता
पूछताछ में सानिया के पिता ने पुलिस को बताया, '18 साल की सानिया अपने प्रेमी से शादी करना चाहती थी। मगर, युवक के गैर बिरादरी का होने के कारण उन्हें रिश्ता पसंद नहीं था। इसलिए बेटी की हत्या कर दी। पुलिस उन तक नहीं पहुंच सके, इसलिए धड़ को लक्खीपुरा नाले में फेंक दिया। सिर को साइकिल से ले जाकर अंजुम पैलेस के पास नाले में फेंका।

पढ़िए आगे की कहानी मृतका के बाप की जुबानी…
आज से 7 साल पहले मेरा परिवार मेरठ की शहजाद कॉलोनी में रहता था। मेरे घर के पास ही इमरान का घर था। इमरान का बेटा वसीम है। घर आस-पास होने की वजह से हम लोगों के परिवार में मेल-जोल कुछ ज्यादा ही हो गया था। इसके चलते वसीम और सानिया में अफेयर हो गया। वसीम सैफी बिरादरी से है और हम लोग कुरैशी यानी कसाई हैं। इसके अलावा वसीम कुछ काम-धंधा भी नहीं करता है।

जब हम लोगों को इस बारे में पता चला, तो सानिया को खूब समझाया। उस पर कई तरह की बंदिशें लगाईं। मगर, वह नहीं मानी। इन सबके बावजूद वह छिपकर वसीम से मिलती रही। इसको लेकर एक बार तो मैंने सानिया की पिटाई भी कर दी।

जब हम लोग पूरी तरह से खिलाफ हो गए, तो एक बार सानिया और वसीम घर से भाग गए। दोनों भागकर शादी करना चाहते थे। इसके बाद हम लोग किसी तरह दोनों को ढूंढ कर घर वापस लाए। इस घटना के बाद रिश्तेदारी से लेकर मोहल्लेवालों तक को सानिया और वसीम की मोहब्ब्त के बारे में पता चल गया। फिर भी हम लोगों ने सानिया को समझाया कि वसीम को छोड़ दे। मगर, वह नहीं मानी।

जब सानिया किसी भी तरह से नहीं मानी, तो हम लोगों ने मोहल्ला छोड़ना ही बेहतर समझा। इसके बाद हम लोग यहां शालीमार गार्डन में आकर रहने लगे। इसके बावजूद सानिया और वसीम छिपकर मिलते थे। हत्या से 20 दिन पहले सानिया ने छत से कूदकर आत्महत्या करने की कोशिश भी की थी। वह वसीम से शादी करने पर अड़ी थी।

मैं प्लंबर का काम करता हूं। मेरे 5 बच्चे हैं। बड़ी बेटी सना की शादी हो चुकी है। दूसरी बेटी सानिया थी। तीन बेटे अजीम, आहद और समध हैं। सानिया की शादी की बात मुजफ्फरनगर में रिश्तेदारी की बुआ के बेटे से चल रही थी। हम लोग वहीं शादी करना चाहते थे। मगर, सानिया इसके लिए राजी नहीं थी। जब वह किसी तरह से नहीं मानी, तो मैंने उसकी हत्या करने का प्लान बनाया।

मेरी बड़ी बेटी प्रेग्नेंट है। उसे पहले अस्पताल में भर्ती कराया। बेटी के साथ पत्नी संजीदा को भी अस्पताल में छोड़ दिया। इसके बाद घर पर तीनों बेटे और सानिया रह गए। इसके बाद मैं जमात के बहाने घर से बाहर चला गया। तीनों बेटों और सानिया को लगा कि मैं जमात में गया हूं, तो सुबह तक नहीं लौटूंगा। मगर, मैं देर रात घर लौट आया। उस समय सभी बच्चे सो गए थे। मैंने बड़े बेटे अजीम को जगाया और उसे घर के बाहर ले गया। इसके बाद मैंने उसे पूरा प्लान समझाया। इज्जत की खातिर वह भी मेरा साथ देने को तैयार हो गया।

हमारे पास जानवर काटने वाला चाकू है। मैं उसी चाकू को लेकर घर के अंदर आया। सानिया सो रही थी। अजीम ने सानिया को कसकर पकड़ लिया और मैंने उसका सिर एक वार में ही काट दिया। इसके बाद सिर और धड़ को साइकिल से ले गया। रास्ते में सिर और धड़ को अलग-अलग नाले में फेंक दिया। फिर हम बाप-बेटा घर लौट आए और सो गए​।

जब मेरी पत्नी और बड़ी बेटी अस्पताल से घर पहुंचे, तो उन्होंने सानिया के बारे में पूछा। इस पर मैंने कहा कि उसे बुआ के घर भेज दिया है। आभार जनमत टीवी।

फाइल फोटो 

रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com

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