देवास । जिले के हाईप्रोफाइल ब्लैक मेलिंग केस में एक सप्ताह बीतने के बावजूद पुलिस के हाथ खाली हैं। एक निजी अस्पताल के डॉक्टर पवन चिल्लोरिया को हनी ट्रेप में फंसाकर उससे लाखों रूपए वसूले गए। इस मामले में पुलिस ने राजस्थान की महिला और देवास के ही दो डॉक्टरों को आरोपी बनाया है। इस केस के तार शहर के नामी डॉक्टरों जुड़े होने के बावजूद आरोपी पुलिस की पहुंच से दूर हैं। यहां हम आपको बता रहे हैं इस पूरे मामले की सिलसिलेवार कहानी.
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फाइल फोटो |
हनीगर्ल ने ऐसे फंसाया ट्रैप में
लगभग दो महीने पहले शहर में निजी अस्पताल का संचालन करने वाले एक डॉक्टर को रॉन्ग नंबर से फोन आया। बस यहीं से डॉक्टर के बुरे दिन शुरू हो गए। कॉल करने वाली अनजान युवती से डॉक्टर ने हाय-हैलाे कर ली। इसके बाद युवती आए दिन डॉक्टर को फोन करने लगी। धीरे-धीरे दोनों की दोस्ती हो गई। इसके बाद युवती और डॉक्टर के बीच वीडियो कॉल और चैटिंग भी होने लगी। इस दौरान युवती ने डॉक्टर के कुछ फोटो और वीडियो बना लिए।
देवास के दो डॉक्टर निकले मास्टर माइंड
पीड़ित डॉक्टर द्वारा पुलिस को दिए गए आवेदन के अनुसार उक्त युवती को देवास के ही दो डॉक्टरों ने हनीट्रैप के लिए तैयार किया था। उन्होंने युवती को लाखों रूपए दिलवाने का झांसा दिया था। दोनों डॉक्टरों की प्लानिंग ब्लैकमेलर युवती के जरिए पीड़ित डॉक्टर के वीडियो बनाकर उन्हें सोशल मीडिया पर वायरल करने की थी।
डॉक्टर को फंसाने का ऐसा था प्लान
प्लान के मुताबिक महिला को दोनों आरोपी डॉक्टरों के कहे अनुसार काम को अंजाम देना था। पहले महिला ने डॉक्टर से फोन पर बात कर उससे दोस्ती की। इसके बाद प्लान के मुताबिक डॉक्टर को होटल में बुलाकर महिला को उसके साथ कुछ समय बिताना था।
डॉक्टर के आपत्तिजनक स्थिति में आते ही उसे आरोपी डॉक्टरों को मैसेज भेजना था। मैसेज मिलते ही दोनों आरोपी होटल के कमरे में पहुंचकर डॉक्टर को एक्सपोज करने और उसे ब्लैकमेल कर रुपए ऐंठने वाले थे। लेकिन डॉक्टर के होटल नहीं पहुंचने से प्लान फेल हो गया।
पहले भी कई लोगों को फंसा चुकी है हनी गर्ल
सूत्रों का कहना है कि अपने रुप और सौंदर्य के जाल में फंसाकर डॉक्टर को ब्लैकमेल करने वाली महिला पहले भी कई लोगों को अपने जाल में फंसा चुकी है। उसने फोटो और वीडियो वायरल करने की धमकी देकर अस्पताल संचालक को डरा-धमकाकर 9 लाख रुपए वसूल लिए। आरोपियों की प्लानिंग होटल में मिलने बुलाकर डॉक्टर का आपत्तिजनक वीडियो बनाकर उससे और रूपए वसूलने की थी।
इन धाराओं में दर्ज किया प्रकरण
उक्त पूरे प्रकरण में पीड़ित डॉक्टर ने पुलिस को 11 पेज का एक आवेदन 19 अगस्त को सौंपा था। उसके आधार पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच प्रांरभ करते हुए मामले में राजस्थान के भीलवाड़ा की एक महिला सहित देवास के दो डॉक्टरों को आरोपी बनाया है।
कोतवाली पुलिस ने युवती जोया उर्फ मोनिषा डेविड निवासी भीलवाड़ा राजस्थान के अलावा अन्य दो आरोपी डॉ. संतोष दाबाड़े निवासी कैलादेवी रोड देवास, डॉ. महेंद्र गालोदिया निवासी टोंकखुर्द देवास के खिलाफ धारा 384, 120-बी के तहत केस दर्ज किया है।
इस पूरे मामले में शहर के अन्य रसूखदार डॉक्टरों के भी शामिल होने की संभावना है। हालांकि आरोपियों के पुलिस गिरफ्त में आने के बाद ही मामले में और खुलासा हो पाएगा। साभार जनमत टीवी।
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पीड़ित डॉक्टर |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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