जौनपुर । सराय ख्वाजा थाना अंतर्गत पुलिस ने सरकारी दवाओं का धोखाधड़ी से विक्रय करने वाले दो अभियुक्तों को को गिरफ्तार करते हुए चालान कर जेल भेज दिया। पूर्व ज्वाइंट मजिस्ट्रेट हिमांशु नागपाल ने सरकारी अस्पताल की दवा एक मेडिकल स्टोर पर बेचने की शिकायत मिलने पर करंजकला ब्लॉक स्थित एक मेडिकल स्टोर की दुकान पर छापेमारी कर लगभग 12 लाख की सरकारी अस्पताल की दवा पकड़ी थी।
जिसमें अस्पताल के तीन फार्मासिस्ट की संलिप्तता पाई गई थी। मजिस्ट्रेट ने अस्पताल के तीन फार्मासिस्ट पर मुकदमा दर्ज कराते हुए शासन से पत्र लिखकर कार्रवाई की संसतुति की थी।
सराय ख्वाजा स्थित करंजकला ब्लॉक के पास एक मेडिकल स्टोर पर सरकारी अस्पताल की दवा पाए जाने के मामले को लेकर 3 फार्मासिस्ट के खिलाफ ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया था इसमें पुलिस ने छापेमारी कर दो फार्मासिस्ट संजय कुमार सिंह 53 वर्ष पुत्र स्वर्गीय हरीश चंद्र सिंह निवासी विसावा थाना सिकरारा व अखिलेश उपाध्याय 54 वर्ष पुत्र त्रिलोकी नाथ उपाध्याय निवासी परशुरामपुर थाना बक्सा मुख्य फार्मासिस्ट जिला चिकित्सालय जौनपुर को दोनो के आवास से गिरफ्तार कर लिया है।
घटना के संबंध में रविवार को जानकारी देते हुए सीओ सदर संत प्रसाद उपाध्याय ने बताया कि 5 मार्च 2022 को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट हिमांशु नागपाल द्वारा करंजकला ब्लॉक स्थित आर्यन मेडिकल स्टोर से 17 बोरी सरकारी दवाई बरामद की गई थी जिस दवा पर लिखा गया था कि नॉट फॉर सेल उसी मामले में जिला अस्पताल के तीन चीफ फार्मासिस्ट का नाम प्रकाश में आया था और मुकदमा सराय ख्वाजा थाने में दर्ज कराकर विवेचना के दौरान मामला सही पाया गया दो फार्मासिस्ट को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया एक फार्मासिस्ट की तलाश जारी है। विदित हो कि उक्त फार्मासिस्ट बीते लगभग 20 वर्षों से जिला अस्पताल में अंगद के पाव की तरह जमे हुए थे। इनके ऊपर किन सफेदपोश नेताओं का हाथ था यह भी जांच पड़ताल होने का विषय है। अभी जिला अस्पताल में कई ऐसे फार्मासिस्ट और डॉक्टर हैं जो काफी लंबे समय से सफेदपोश नेताओं की गणेश परिक्रमा कर जमे हुए हैं। साभार आरबी।
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रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
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