सगी दलित नाबालिग बहनों की अपहरण का पुलिस ने किया खुलासा,इसलिए हुई थी हत्या

सगी दलित नाबालिग बहनों की अपहरण का पुलिस ने किया खुलासा,इसलिए हुई थी हत्या

लखीमपुर खीरी । जिले में दो सगी दलित नाबालिग बहनों की हत्या मामले में पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा करते हुए जानकारी दी कि नाबालिग लड़कियों का अपहरण नहीं हुआ था बल्कि वह अपनी मर्जी से लड़कों के साथ बाइक पर बैठकर गईं थी।

लड़कियां पहले से ही आरोपी लड़कों को जानती थीं।

लखीमपुर के एसपी संजीव सुमन ने घटना पर जानकारी देते हुए बताया कि लड़कियों का अपहरण नहीं हुआ था। दोनों बहनें अपनी मर्जी से गई थीं। छोटी बहन की सोहेल से दोस्ती थी। बड़ी लड़की की दोस्ती जुनैद से। दोनों की दोस्ती हाल ही में हुई थी। आरोपी लड़कियों को बहलाफुसला कर ले गए थे।

उन्होंने बताया कि लड़कियों के पड़ोस में एक आरोपी छोटू रहता है। छोटू ने ही इन आरोपियों का लड़कियों से परिचय करवाया था। कल तीनों लड़के गांव में आए थे और लड़कियों को साथ ले जाकर उनकी इच्छा के विरूद्ध जुनैद और सुहैल ने उनके साथ शारीरिक संबंध बनाया जिसके बाद दोनों बहनें शादी के लिए अड़ गई। इस बात से नाराज होकर आरोपियों ने लड़कियों की हत्या कर दी।

इसके बाद दो अन्य आरोपियों को बुलाया गया और लड़कियों को दूसरी जगह ले जाकर इन्हें खेत से लटका दिया गया है। इन दोनों आरोपियों ने सबूत मिटाने में मदद की है। पुलिस ने बताया कि मामले में कुल 6 आरोपी हैं। आरोपियों में 1 हिंदू और बाकी 5 मुस्लिम हैं। सभी आपस में दोस्त हैं। पुलिस ने अब तक छोटू , जुनैद, सोहेल, हफीजुरहमान, करीमुद्दीन और आरिफ को गिरफ्तार किया है। छोटू लड़कियों का पड़ोसी है। जबकि 5 अन्य आरोपी लालपुर के हैं।

बदायूं में 8 साल पहले हुआ था ऐसा ही कांड

मृतक लड़कियों की मां का आरोप लगाया था कि तीन युवक बाइक से आए और उनकी बेटियों को जबरन घसीट कर ले गए। लेकिन पुलिस की जांच में मां का दावा गलत निकला। लखीमपुर खीरी के निघासन थाना इलाके के तमोलीन गांव में हुई इस घटना ने 8 साल पहले के बदायूं कांड को एक बार फिर ताजा कर दिया है। जिस वक्त ये घटना हुई उस वक्त अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी की सरकार थी। साभार  पीके।

फाइल फोटो 

रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com

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