जौनपुर । शाहगंज नगर में शनिवार की रात गोली मारे जाने से मृत कुत्ते की पोस्टमार्टम रिपोर्ट हैरान करने वाली है। पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सक का दावा है कि कुत्ते के शरीर पर खरोंच तक नहीं मिली।
कुत्ता फूड प्वाइजनिंग से मरा था।
पुलिस के आरोपित को घटना में प्रयुक्त एयरगन के साथ गिरफ्तार किए जाने के संबंध में डाक्टर ने दो टूक कहा कि एयरगन की गोली से कुत्ते की मौत हो ही नहीं सकती। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि जिस कुत्ते के शरीर में गोली लगने से कम से कम डेढ़ से दो इंच गहरा घाव हो गया था, आखिर पोस्टमार्टम के समय वह गायब कैसे हो गया।
नगर में आजमगढ़ मार्ग स्थित बैंक आफ बड़ौदा शाखा के पास सड़क पर भौंक रहे कुत्ते को एक युवक ने गोली मार दी थी। उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। पुरानी बाजार मोहल्ला निवासी राजेश मौर्या ने तहरीर देकर मोहल्ले के ही अविनाश जायसवाल पर लाइसेंसी असलहे से गोली मारने का आरोप लगाया था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपित अविनाश को गिरफ्तार कर लिया था।
एयरगन बरामद कर घटना में प्रयुक्त होना दिखाते हुए आरोपित का चालान कर दिया
एक एयरगन बरामद कर उसी को घटना में प्रयुक्त होना दिखाते हुए आरोपित का चालान कर दिया। मंगलवार को आई रिपोर्ट में पोस्टमार्टम करने वाले पशु चिकित्सक रत्नाकर सिंह ने दिखाया है कि कुत्ते की मौत फूड प्वाइजनिंग से हुई है। वहीं मुकदमा वादी राजेश मौर्य काे लगता है कि पुलिस व चिकित्सक की मिलीभगत से मामले में लीपापोती कर दी गई। उन्होंने फिर से पीएम कराए जाने की मांग की है।
कहीं कुत्ते का शव ही तो नहीं बदल दिया
यह प्रकरण चर्चा का विषय बना हुआ है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बारे में सुनने के बाद लोग बाग कह रहे हैं कि शुरू से ही मामले को रफा-दफा करने की हरचंद कोशिश करने वाली पुलिस ने कहीं कुत्ता का शव ही तो नहीं बदल दिया। मौके पर कुत्ते के शरीर में देखा गया डेढ़ से दो इंच का गहरा घाव आखिर गायब कैसे हो गया। साभार जेएनएन।
![]() |
सांकेतिक चित्र |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
एक टिप्पणी भेजें