जौनपुर। सेना के अनुभव का फर्जी प्रमाणपत्र लगाकर नौकरी करने वाले चार लोगों को पुलिस ने बुधवार को विभिन्न थाना क्षेत्रों से हिरासत में ले लिया। ये बैंकों में गार्ड की नौकरी कर रहे थे।
पुलिस ने सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ की कार्रवाई शुरू कर दी है, प्रकरण में गाजीपुर से जुड़ा सरगना अभी भी पकड़ से दूर है। यह कार्रवाई सेना के इंटेलिजंस विभाग से मिले इनपुट के आधार पर की गई। सेना व एसओजी की संयुक्त टीम जांच में जुटी है।
हिरासत में लिया गया युवक सरपतहां थाना क्षेत्र के बघरवारा गांव निवासी एक युवक है जो एक बैंक में गार्ड की नौकरी करता है।
दूसरा आजमगढ़ के फूलेश में गार्ड है। इसी तरह खुटहन निवासी एक युवक व सरपतहां थाना क्षेत्र के बसौली गांव निवासी एक युवक को हिरासत में लेकर कोतवाली पुलिस पूछताछ कर रही है। ये दोनों किस जगह नौकरी कर रहे हैं यह अभी तक जानकारी नहीं हो सकी है। फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर बेचने वाला सरगना गाजीपुर जनपद का निवासी बताया जा रहा है।
विभिन्न संस्थानों व बैंक में सेना से सेवानिवृत्त हुए जवानों को प्राथमिकता के आधार पर गार्ड व अन्य नौकरियां दी जाती है। इस सुविधा का लाभ कुछ जालसाज सेना में सेवा देने के फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर उठा रहे हैं। इस जालसाजी की जानकारी मंगलवार को सेना के इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट को हुई। इसके बाद सेना की एक टीम बनाकर पूरे मामले की जांच शुरू की।
इस जांच के क्रम में शाहगंज पुलिस व एसओजी टीम ने जालसाजों को हिरासत में लेना शुरू किया। इस संबंध में क्षेत्राधिकारी चोब सिंह ने मामले से अनभिज्ञता जताई। वहीं एसओजी प्रभारी आदेश कुमार त्यागी ने बताया की सेना के सेवानिवृत्त फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर बैंको में गार्ड की नौकरी व जालसाजी करने वाले चार लोगों को हिरासत में लेकर मामले की छानबीन की जा रही है। साभार ए. यू।
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सांकेतिक चित्र |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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