जौनपुर। ठंडी में ह्रदय रोगी (हार्ट पेशेंट्स) कैसे रखे अपने दिल का ख्याल इस टॉपिक पर वरिष्ठ चिकित्सक डाक्टर हरेंद्र देव सिंह से वरिष्ठ पत्रकार अमित कुमार सिंह ने किया एक्सक्लूसिव बातचीत।
सर्दी के मौसम में हार्ट संबंधी जोखिम बढ़ सकते हैं. आइए जानें कि ठंड के मौसम में दिल के मरीज कैसे अपना ख्याल रख सकते हैं? लेकिन, पहले जान लेते हैं कि विंटर सीजन किस तरह से हार्ट पेशेंट्स को प्रभावित करता है
हमारा शरीर बाहरी तापमान में चेंजेज के लिए फिजिओलॉजिकली रिस्पॉन्ड करता है. तापमान में कमी से शरीर की सिम्पैथेटिक नर्वस सिस्टम एक्टिवेशन में वृद्धि होती है, जिसके परिणामस्वरूप ब्लड वेसल्स में कॉन्सट्रिक्शन होती है. इसके कारण ब्लड प्रेशर बढ़ता है और हार्ट को ब्लड को बॉडी पार्ट्स तक पंप करने में परेशानी होती है. इससे प्रेशर बढ़ता है जिससे हार्ट कंडीशंस से पीड़ित लोगों में एंजाइना, हार्ट अटैक और अन्य कार्डियोवैस्कुलर डिजीज का जोखिम बढ़ जाता है। रेलवे एक्सरसाइज और खाने की हैबिट में सुधार करके हृदयाघात से बचा जा सकता है।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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