जौनपुर। नगर की सकरी सड़कों पर अतिक्रमण व कब्जे के चलते लोगों को जाम व आवागमन में समस्या का सामना करना पड़ता है। हालांकि जिला प्रशासन की तरफ से समय-समय पर अतिक्रमण भले ही हटाया गया हो लेकिन कुछ समय बाद व्यापारियों व लोगों में भय समाप्त हो जाता है और पुन: सड़कों पर अतिक्रमण व कब्जा कर लेते है।
जिम्मेदारों की सुस्ती के कारण जाम की बीमार लाइलाज हो गई है।
नगर के जेसीज चौराहा से ओलंदगंज मार्ग पर अप्रैल 2022 में तत्कालीन ज्वाइंट मजिस्ट्रेट हिमांशु नागपाल ने अतिक्रमण जरूर हटवाया था। यहां पर उस समय जेसीज चौराहा के समीप कुछ व्यापारियों को स्वयं से अतिक्रमण हटाने की मोहलत दी गई जो आज तक नहीं हटाया गया। इस मार्ग को सुंदर व बिजली के खंभे को पीछे करने की शिफ्टिंग न होने के चलते अभी भी व्यापारियों का अतिक्रमण बरकरार है। पालिटेक्निक चौराहा पर ठेला संचालकों को कृषि भवन परिसर में शिफ्ट किया गया था जो आज तक नहीं गए। ओलन्दगंज में फल वाली गली में ठेला संचालकों को हटाकर बदलापुर पड़ाव पर स्थान चिन्हित करके वेंडिंग जोन बनाया गया था, जहां आज तक ठेला नहीं खड़ा किया गया। फल वाली गली व आस-पास के क्षेत्रों में ठेला लगने से जाम का कारण बन रहे है। इसी तरह से ओलंदगज चौराहा से कटघरा मार्ग पर सड़कों पर अतिक्रमण हटाया गया था, यहां पर व्यापारी पुन: नाली पर लकड़ी का कवर लगाने के बाद सड़क पर दुकान सजाते दिखेंगे। ऐसे में वहां आने वाले ग्राहक अपनी बाइक व कार को सड़क खड़ा करके खरीदारी करते है। कोतवाली के इर्द-गिर्द ठेला खोमचे वाले भी अतिक्रमण कर जाम का कारण बन रहे है। कोतवाली से जौनपुर जंक्शन मार्ग पर सड़कों की पटरियों दुकान लगाए जाते है, प्रशासन के चेताने के बाद भी अतिक्रमण नहीं हटता है। वहीं नवाब युसूफ रोड से पुरानी बाजार मार्ग पर अतिक्रमण हटाया जा रहा है।
व्यापारियों से आग्रह है कि वह जिला प्रशासन के अधिकारियों का सहयोग करें। सड़कों पर अतिक्रमण व कब्जा करके जाम लगने का कारण न बनें। जल्द ही नगर क्षेत्र में ईओ व पुलिस के साथ मिलकर अभियान चलाकर अतिक्रमण हटाया जाएगा।
देवेंद्र सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट। साभार ए. यू।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
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