जौनपुर। महा शिवरात्रि पर गंगा स्नान करते समय डूबे राजकीय मेडिकल कॉलेज के तीनों एमबीबीएस छात्रों के शव दूसरे दिन 23 घंटे बाद गोताखोरों ने बरामद कर लिए। शव मिलते ही गंगा तट पर मौजूद परिजनों में चीत्कार मच गई।
परिवार के साथ आए लोगों ने बुमश्किल उन्हें संभाला। पोस्टमार्टम के बाद रोते बिलखते परिजन शव लेकर चले गए। इस दौरान कछला गंगा घाट से लेकर मेडिकल कॉलेज तक छात्र गुस्से में दिखे।
शनिवार को महाशिवरात्रि पर्व पर गंगा स्नान करते समय राजकीय मेडिकल कॉलेज के गोरखपुर निवासी छात्र प्रमोद यादव, भरतपुर राजस्थान के अंकुश कुमार, जनपद जौनपुर थाना सराय खाजा के गांव परसनी निवासी जय मौर्य, जनपद बलिया के थाना पकड़ी के गांव दोगरा निवासी पवन प्रकाश यादव और हाथरस जंकशन के टीचर कालौनी निवासी नवीन सेंगर स्नान करते समय गंगा में डूब गए थे। चीखपुकार सुनकर नाविक गोताखोर रिजवान व मोंटी ने प्रमोद व अंकुश को समय रहते बचा लिया। पवन प्रकाश यादव, जय मौर्य और नवीन सेंगर डूब गए। देर रात तक एसडीआरएफ की टीम रेस्क्यू अभियान चलाती रही मगर तीनों का कुछ पता नहीं चला। जहां छात्र डूबे थे वहां रविवार सुबह फिर से गोताखोरों ने तलाश शुरू की। करीब 12 बजे गोताखोर सरवर की टीम ने जौनपुर के जय मौर्य का शव गंगा घाट से करीब 300 मीटर दूर तलाश लिया। जिसे लेकर एसडीआरएफ की टीम अपने स्टीमर से गंगा तट पर लगे प्रशासन के कैंप पर पहुंची ही थी तक तब गोतखोर ओमकार कश्यप की टीम ने बलिया निवासी पवन प्रकाश का शव मिलने की सूचना दी। पांच मिनट बाद ही तीसरे छात्र नवीन सेंगर का भी शव बरामद कर लिया गया। एक एक कर जैसे ही शव मिलते जा रहे थे, उनके परिजन रो-रोकर बेहाल होते जा रहे थे। परिजनों की चीत्कार से गंगा तट पर मौजूद हर आंख नम हो गई। साभार एचटी।
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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