एंटी करप्शन टीम द्वारा 7 हजार की घूस लेते लेखपाल रंगे हाथों पकड़ा गया, ऐसे हुआ गिरफ्तार

एंटी करप्शन टीम द्वारा 7 हजार की घूस लेते लेखपाल रंगे हाथों पकड़ा गया, ऐसे हुआ गिरफ्तार

गाजीपुर। मंगलवार की दोपहर को सैदपुर के लेखपाल जिनके पास भितरी तरफ सदूर गांव का भी अतिरिक्त चार्ज था, वह भीतरी गांव निवासी एक किसान की शिकायत पर रंगे हाथ ₹7 हजार घूस लेते हुए एंटी करप्शन टीम द्वारा गिरफ्तार कर लिए गए। जिसके बाद एंटी करप्शन टीम द्वारा लेखपाल को सैदपुर थाने लाकर, संबंधित धारा अंतर्गत एफआईआर दर्ज कराने की कार्रवाई की जा रही है। एंटी करप्शन की इस कार्रवाई से तहसील के कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है।

गौरतलब है कि सैदपुर लेखपाल विनोद कुमार के पास क्षेत्र के भितरी तरफ सदूर गांव का भी अतिरिक्त चार्ज था। इसी गांव के किसान परवेज अहमद ने एंटी करप्शन टीम से शिकायत कर ₹7 हजार घूस लेते हुए लेखपाल को रंगे हाथ गिरफ्तार कराया। शिकायतकर्ता परवेज अहमद ने बताया कि उनके घर के पास पोखरी की जमीन है। जिसे लेकर लेखपाल ने 7 महीने पूर्व मुझसे कहा कि तुम्हारा मकान पोखरी की जमीन में बना है अगर कुछ खर्चा दे दोगे, तो उसे पैमाइश कर पोखरी से अलग कर दिया जाएगा।

मान लो मेरी बात, नहीं तो तोड़वा दूंगा मकान

लेखपाल कहते थे की अगर मेरी बात नहीं मानोगे, तो तुम्हारे मकान को अतिक्रमण दिखाकर बुलडोजर से तोड़वा दूंगा। इस तरह से मुझे डरा धमका कर लेखपाल विनोद कुमार ने मुझसे एक बार ₹12 सौ लिए। फिर कुछ दिनों बाद मुझसे कहने लगे कि इतने में ही काम नहीं चलेगा ₹5 हजार और दे दो, नहीं तो बना बनाया मकान ध्वस्त हो जाएगा। इस समय अतिक्रमण खाली कराने की कार्रवाई तेज चल रही है। ऊपर से अधिकारियों का दबाव है। इस पर मैं डर गया और लेखपाल को कुछ दिनों पूर्व ₹5 हजार और दे दिए। लेकिन बीते 1 महीने से लेखपाल ₹7 हजार की और मांग कर रहे थे। इसके लिए वह लगातार मेरे ऊपर दबाव बना रहे थे। मेरे परिवार का खर्चा खेती-किसानी से चलता है। मैं लेखपाल को दूसरों से कर्ज लेकर और कितना पैसा देता। इसलिए आजिज़ आकर मुझे लेखपाल की शिकायत भ्रष्टाचार निवारण संगठन की वाराणसी इकाई से करना पड़ा।

रुपयों पर लगाया फिनाप्थलीन केमिकल पाउडर

परवेज अहमद की शिकायत पर मंगलवार की दोपहर को एंटी करप्शन टीम सादे ड्रेस में सैदपुर पहुंची। पहुंचते ही टीम ने पीड़ित परवेज से मिलकर, उससे लेखपाल को फोन करवाया कि उसने पैसों का इंतजाम कर लिया है। इस पर लेखपाल ने तहसील परिसर के लेखपाल भवन में कमरा संख्या 6 स्थित अपने चेंबर में परवेज को घूस के पैसों के साथ बुलाया। जिसके बाद घूस के ₹7 हजार के नोटों पर फिनापथिलीन केमिकल वाले पाउडर को लगा दिया।

रंगहीन सोडियम कार्बोनेट से धोते ही लेखपाल के हाथ लाल

इसके बाद वह नोट शिकायतकर्ता को देकर, उसे लेखपाल के चेंबर में भेज दिया गया। इस दौरान एंटी करप्शन की टीम लेखपाल के चेंबर के आसपास चौकन्ना होकर नजर रखने लगी। जैसे ही शिकायतकर्ता ने टीम से रुपए लेखपाल को दे देने की बात बताया। तत्काल एंटी करप्शन की टीम लेखपाल के चेंबर में घुस गई और उन्हें चेंबर से बाहर निकाल लिया। फिर जैसे ही गवाहों के सामने लेखपाल के हाथों को रंगहीन सोडियम कार्बोनेट के घोल से धुलवाया गया, तो लेखपाल के हाथ तत्काल लाल हो गए। फिर घूस के ₹7 हजार को लेखपाल के पास से बरामद कर, एंटी करप्शन की टीम लेखपाल को लेकर सैदपुर कोतवाली पहुँच गई। जहां लेखपाल पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत कर, आगे की कार्यवाही जारी है।

एंटी करप्शन टीम में यह अधिकारी रहे शामिल

एंटी करप्शन की वाराणसी इकाई की टीम में टीम प्रभारी के तौर पर अशोक कुमार सिंह के साथ उपेंद्र सिंह यादव, नीरज कुमार सिंह, संध्या सिंह, शैलेंद्र कुमार राय, पुनीत कुमार सिंह, सुनील कुमार यादव, विनोद कुमार पासी और अश्वनी कुमार पांडे शामिल रहे।साभार डीबी।

फाइल फोटो

रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com

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