आजमगढ़ । जिले के मेहनाजपुर थाना क्षेत्र के चिलबिला गांव के निवासी अभिनव कुमार सिंह, पढ़ाई लिखाई में शुरू से ही तेज थे. अभिनव ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद माइक्रोसॉफ्ट में 60 लाख के पैकेज में काम किया।
फिर उनकी सोच थी क्यों ना जैविक खेती की जाएं और और खेती से ही पैसा भी कमाया जाएं और लोगों को रोजगार भी दिया जाए।
अभिनव ने मल्टीनेशनल कम्पनी की 60 लाख पैकेज की नौकरी छोड़कर खेती-किसानी शुरू की. सिर्फ कुछ वर्षो में ही महानगरों की चकाचौंध से दूरी बनाते हुए गांव की पगडंडियों को पकड़ा तो लक्ष्मी की कृपा बरसने लगी है. अब अभिनव अच्छा खासा पैसा प्रति वर्ष कमाते हैं. खुद
मुक्कमल किसान होने के बाद अब अभिनव कइयों को रोजगार भी दिया है और कई किसानों को नई तकनीकी से जैविक फार्मिंग का गुण भी सिखा रहे हैं. घाटे की माने जाने वाली खेती को मुनाफा में बदलने के कारण अभिनव को फिल्म के जाने माने अभिनेता सोनू सूद ने भी वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए उनसे बात किए और उनकी इस अथक प्रयासों की सराहना भी की। जिला प्रशासन से लेकर प्रदेश स्तर पर कई बार उन्हें सम्मानित किया गया है।परमार टाइम्स से बातचीत के दौरान उन्होने बताया कि कैसे खेती से ही पैसा कमाया जा सकता है और लोगों को रोजगार दिया जा सकता है।
उनके सहयोगी ने चन्द्रशेखर यादव ने बताया की हम लोग जरवेरा फूल की सात प्रजातियों की खेती करते हैं ये 7 कलर, येलो, पिंक, व्हाइट, रेड, डार्क पिंक, ऑरेंज। फूल को एक बार लगाने पर 5 सालों तक फूल तैयार होता रहता है जिसे हम यूपी से लेकर नेपाल तक भेजते हैं।
![]() |
फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
एक टिप्पणी भेजें