जौनपुर। जिला महिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डा. संदीप सिंह ने बताया कि होली के कारण मरीजों की संख्या में इजाफा तो हुआ है लेकिन भर्ती करने लायक मरीज नहीं है। इन्फ्लूएंजा वायरस अपना स्वरुप बार बार बदलता है। इसलिए टीका बहुत कारगर नहीं है। यह तीन से पांच दिन में चला जाता है। मौजूदा समय में देखा जाय तो जो मरीज आ रहे है। उसमें 85 फीसदी के करीब बुखार से ग्रसीत है। बाकी में पांच फीसदी सर्दी, पांच फीसदी जुकाम व पांच फीसदी ही खांसी से ग्रसित मरीज आ रहे है। आने वाले मरीजों में खांसी की सबसे कम शिकायत है। अस्पताल में भर्ती किए जाने के बाबत डा. संदीप ने कहा कि इस तरह के मरीज ही नहीं आ रहे है जिन्हें भर्ती किया जाय।
वाराणसी व लखनऊ पीजीआई में होगी जांच
जौनपुर। इन्फ्लूएंजा वायरस को लेकर जिले में क्या स्थिती है। इसके बारे में जिला महामारी रोग विशेषज्ञ डा. जियाउल हक ने बताया कि अभी शासन से कोई गाइड लाइन नहीं आयी कि क्या करना है। जिले में नवम्बर माह में 200 टीका आया था। जो हेल्थ वर्करों को लगाया गया है। हर सीएचसी व पीएचसी के पांच पांच लोगों को टीका लगाया गया है। इस तरह से कुल 175 स्वास्थकर्मियों को टीका लगाया गया है। ताकि अगर कोई गम्भीर संक्रमित मिले तो वही स्वास्थ कर्मी ही उसे अटेंड करें। इस वायरस की जांच के लिए मरीज के गले व नाक से सैम्पल (स्वैव) लिया जाता है। इसकी जांच जौनपुर में नहीं होगी। सैम्पल लेकर बीएचयू भेजा जाएगा। साभार एचटी।
![]() |
Dr. Sandeep Kumar Singh |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
एक टिप्पणी भेजें