माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या से जुड़े 10 प्रमुख अपडेट

माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या से जुड़े 10 प्रमुख अपडेट

प्रयागराज। जनपद में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या कर दी गई। तीन हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया। इस हत्याकांड के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की।

इसके बाद पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर धारा 144 लागू कर दी गई। शनिवार रात हुए इस हत्याकांड के बाद से अब तक क्या-क्या हुआ 10 बिंदुओं में समझिए...

1. प्रयागराज में शनिवार रात करीब साढ़े 10 बजे अतीक अहमद और अशरफ की हत्या कर दी गई। पुलिस कस्टडी में दोनों को मेडिकल कराने ले जाया जा रहा था। इसी दौरान मेडिकल कॉलेज के पास मीडियाकर्मी बनकर आए बाइक सवार तीन हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। अतीक और अशरफ के सिर में गोलियां लगीं, जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।

2. वारदात के बाद हमलावरों ने नारे लगाए और हाथ ऊपर उठाकर सरेंडर कर दिया। हमलावरों की पहचान लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य और सनी के रूप में हुई। लवलेश बांदा का रहने वाला है, जबकि अरुण मौर्य हमीरपुर का तीसरा आरोपी सनी कासगंज से है। बताया जा रहा है कि हमलावर दो दिनों से प्रयागराज के किसी होटल में रुके हुए थे।

3. हत्याकांड के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देर रात डीजी, एडीजी और प्रमुख सचिव के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री ने अराजकता फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कानून के साथ कोई भी खिलवाड़ न करें। जनता से अपील की है कि किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

4. घटना के बाद प्रदेश पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है। प्रदेश में धारा 144 लागू कर दी गई है। खासकर प्रयागराज में बड़ी तादाद में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जा रही है। घटनास्थल को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद को प्रयागराज भेजा गया है। अशरफ और अतीक हत्याकांड की न्यायिक जांच के निर्देश दिए हैं।

5. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अतीक और अशरफ की हत्या के बाद रविवार के लिए तय बैठक टाल दी है। पहले से तय सभी कार्यक्रम रोक दिए हैं। सीएम योगी ने हर दो घंटे में रिपोर्ट मांगी है। अधिकारियों को हर दो घंटे में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री आवास पर किसी की भी आवाजाही पर रोक लगा दी गई है।

6. अतीक और अशरफ हत्याकांड में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ धारा 302, 307 के तहत एफआईआर दर्ज की है। आर्म्स एक्ट की धारा 3,7, 25, 27 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। अतीक और अशरफ को मारने वाले आरोपियों से पुलिस पूछताछ में जुटी है। आरोपियों ने पुलिस को कई चौंकाने वाली जानकारी दी हैं। आरोपियों का कहना है कि हम अतीक गैंग का सफाया करना चाहते थे। हम प्रदेश में अपना नाम कमाना चाहते हैं। दोनों को मारने के लिए हम पत्रकार बनकर आए थे। हम हत्या करके भाग नहीं पाए।

7. माफिया अतीक और अशरफ के शवों को आज ही चकिया कसारी मसारी स्थित कब्रिस्तान में दफनाया जा सकता है। दोनों शवों को स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस में रखा गया है। बताया जा रहा है कि दोनों को आज ही दफनाया जाएगा, इसकी तैयारी की जा रही है। शनिवार को ही अतीक अहमद के बेटे असद अहमद के शव को दफनाया गया था। असद का एनकाउंटर 13 अप्रैल को झांसी में कर दिया गया था। उसका अंतिम संस्कार 15 अप्रैल को अतीक अहमद के पैतृक निवासी चकिया कसारी मसारी स्थित कब्रिस्तान में किया गया था।

8. AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि इस हत्याकांड की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक कमेटी बननी चाहिए। मैं सुप्रीम कोर्ट से गुज़ारिश करता हूं वह इसका स्वत: संज्ञान ले और इस पर एक समय सीमा में जांच होनी चाहिए। इस कमेटी में उत्तर प्रदेश का कोई भी अधिकारी न हो क्योंकि उनकी मौजूदगी में यह हत्या हुई है। आप गोली मारकर धार्मिक नारा क्यों लगा रहे हैं? इनको आतंकवादी नहीं कहेंगे तो देश भक्त कहेंगे? क्या यह (भाजपा) फूल का हार पहनाएंगे? जो लोग एनकाउंटर का जश्न मना रहे थे, शर्म से डूब मरो तुम लोग।

9. बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी इस हत्याकांड पर सवाल खड़े गए हैं। उन्होंने ट्वीट किया, गुजरात जेल से अतीक अहमद और बरेली जेल से लाए गए उनके भाई अशरफ की प्रयागराज में कल रात पुलिस हिरासत में ही खुलेआम गोली मारकर हत्या हुई, उमेश पाल जघन्य हत्याकांड की तरह ही, यूपी सरकार की कानून-व्यवस्था व उसकी कार्यप्रणाली पर अनेकों गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े करती है।

10. अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि उत्तर प्रदेश में अपराध की पराकाष्ठा हो गई है और अपराधियों के हौसले बुलंद है। जब पुलिस के सुरक्षा घेरे के बीच सरेआम गोलीबारी करके किसी की हत्या की जा सकती है तो आम जनता की सुरक्षा का क्या। इससे जनता के बीच भय का वातावरण बन रहा है, ऐसा लगता है कुछ लोग जानबूझकर ऐसा वातावरण बना रहे हैं। साभार ए यू।

फाइल फोटो

रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com

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