जौनपुर के मछलीशहर को अब तक नहीं मिल सका नगर पालिका का दर्जा,जाने क्यों

जौनपुर के मछलीशहर को अब तक नहीं मिल सका नगर पालिका का दर्जा,जाने क्यों

जौनपुर। नगर पंचायत का दर्जा प्राप्त हुए सात दशक से अधिक का समय गुजर गया, मगर मछलीशहर को नगर पालिका का दर्जा नहीं प्राप्त हो सका है, जबकि यह जिले की सबसे पुरानी नगर पंचायत है जो 1953 से अस्तित्व में आई है।

मछलीशहर को 20 जुलाई 1953 में नगर पंचायत का दर्जा मिला। पहली बार लोकप्रियता के आधार पर शकूर जाफरी को चेयरमैन बनाया गया। उसके बाद से जनता द्वारा चेयरमैन चुने जाते है।
नगर पंचायत मछलीशहर की जनसंख्या 2011 की जनगणना के अनुसार 26 हजार 107 है।

नगर पंचायत में कुल 15 वार्ड है। इसका क्षेत्रफल 2.60 वर्ग किलोमीटर है। नगर पंचायत में इस बार कुल 22 हजार 875 मतदाता हैं, जिसमें 11 हजार 859 पुरुष और 11 हजार 16 महिलाएं शामिल हैं। नगर पालिका के लिए एक लाख जनसंख्या का होना आवश्यक होता है।

नगर पंचायत की सीमा विस्तार के लिए 2022 में प्रस्ताव शासन को भेजा गया था जिस पर शासन से सहमति नहीं मिलने के कारण सीमा विस्तार नहीं हो सका। परिणाम स्वरूप एक बार पुन: नगर पंचायत के निवासी नगर पालिका की श्रेणी में आने से वंचित रह गए। जबकि इसी तहसील के तहत मुंगराबादशाहपुर को नगर पालिका परिषद का दर्जा प्राप्त हैं। मछलीशहर तहसील मुख्यालय होने तथा पुरानी नगर पंचायत होने के बावजूद अभी तक नगर पालिका नहीं बन सकी है। हालांकि वर्तमान नगर पंचायत को नगर पालिका बनाए जाने का राजनीतिक आश्वासन लोगों को मिला है।साभार ए यू।

फाइल फोटो

रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com

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