पूर्णिया। जीवन भर के पारिवारिक स्नेह, साथ और सहयोग को धता बताकर एक बहन अपने प्रेमी के पास चली गई। उसे न ही परिवार के लोकलाज का ध्यान रहा और न ही परिजनों के उपकार का।
वही बहन के इस कदम से उसका भाई इतना आहत हुआ की उनसे अपनी बहन के शव का पुतला बनाया और उसका अंतिम संस्कार कर दिया। हैरानी की बात यह है कि प्रेमी के संग भागने वाली युवती कि एक दिन बाद ही शादी थी, घर के लोग बारात स्वागत की तैयारी में जुटे हुए थे।
यह पूरा मामला पूर्णिमा के टीकापट्टी गांव का है, जहां की एक युवती की शादी उसके भाई ने तय कर दी थी। 11 जून को उसकी शादी होने वाली थी। मेहंदी और संगीत के बाद 10 जून को हल्दी की रस्म पूरी हुई। अगले दिन युवती की बारात आने वाली थी, लेकिन वह रात में प्रेमी संग फरार हो गई। इसके बाद घर में हंगामा मच गया। लोगों ने काफी खोजबीन की लेकिन जब कहीं कुछ पता नहीं चला, तब युवती के भाई ने थाने में अपहरण का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवा दिया। इस मामले में उन्होंने गांव के ही एक युवक को आरोपी बनाया। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी।
इसी बीच, सोमवार को युवती दुल्हन के जोड़े में टीकापट्टी थाने पहुंची और अपहरण के मामले को ही फर्जी बता दिया। युवती पुलिस को बताया कि उसे ये शादी मंजूर नहीं थी, इसलिए उसे मजबूरन भागना पड़ा। जिस दिन उसकी शादी होनी थी, उसी दिन मंदिर में उसने प्रेमी से शादी कर ली। इसके बाद, युवती के भाई की नाराजगी बढ़ गई। भाई ने कहा कि उसके लिए उसकी बहन अब मर गई है। उसने परिजनों के साथ मिलकर पहले अपनी बहन का पुतला तैयार किया और फिर उसकी शव यात्रा निकाली। अर्थी में युवती की तस्वीर भी लगाई गई। अर्थी को श्मशान घाट तक ले जाया गया और फिर पूरे रीति रिवाज के साथ दाह संस्कार कर दिया गया। भाई का कहना हैं कि अब वह अंतिम संस्कार के बाद श्राद्ध भी करेंगे। साभार आईबीसी 24.
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फाइल फोटो |
रिपोर्ट: अमित कुमार सिंह
जर्नलिस्ट
a.singhjnp@gmail.com
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